चार्जशीट: न्यूजक्लिक के संस्थापक पुरकायस्थ पर चीन से संबंध से लेकर आतंकी फंडिंग तक के आरोप
क्या है खबर?
न्यूजक्लिक मामले में इसके संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में करीब 8,000 पन्नों का आरोपपत्र दाखिल कर दिया है।
इसमें पुरकायस्थ पर आतंकी फंडिंग और चीनी प्रचार को बढ़ावा देने सहित कई अपराधों के आरोप लगाए गए हैं।
बता दें कि पुरकायस्थ और न्यूजक्लिक के मानव संसाधन (HR) प्रमुख अमित चक्रवर्ती को पिछले साल 3 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था।
आतंकी फंडिंग
पुरकायस्थ पर आतंकी फंडिंग के आरोप
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस का आरोप है कि पुरकायस्थ आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन इकट्ठा करने में शामिल थे।
चार्जशीट के अनुसार, उनके प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा सहित आतंकवादी संगठनों को वित्त पोषण और समर्थन देने के उद्देश्य से एक साजिश से जुड़े होने के सबूत हैं। चार्जशीट में दावा किया गया है कि ऐसी गतिविधियों के लिए न्यूजक्लिक के माध्यम से 91 करोड़ रुपये की धनराशि भेजी गई थी।
CAA-NRC
CAA-NRC को लेकर दुष्प्रचार कर रहे थे पुरकायस्थ
पुरकायस्थ पर नेविल रॉय सिंघम और अन्य के साथ मिलकर कोरोना वायरस को लेकर भारतीय दवा कंपनियों द्वारा बनाए गए टीकों के खिलाफ लेख प्रकाशित करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया गया है। इसके जरिए वो भारत सरकार को बदनाम कर रहे थे।
चार्जशीट में दावा किया गया है कि वे नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के विरोध की आड़ में दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार अभियान में शामिल थे।
दंगे
पुरकायस्थ पर दंगे भड़काने के भी आरोप
चार्जशीट में कहा गया है कि पुरकायस्थ ने किसानों के विरोध प्रदर्शन और दिल्ली दंगों को भड़काने की साजिश रची। पुरकायस्थ के भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के साथ सक्रिय संबंध थे, जिसे गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत एक आतंकवादी संगठन घोषित किया गया था।
दावा है कि पुरकायस्थ ने अपने समाचार बुलेटिन में कश्मीर के बिना भारत के नक्शे को दिखाया था और इसमें अक्साई चीन को चीन के हिस्से के रूप में दिखाया गया था।
सुनवाई
31 मई से शुरू होगी सुनवाई
पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट पर पटियाला हाउस कोर्ट की अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हरदीप कौर ने कहा कि मामले में आरोपी के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं और अभियोजन पक्ष को आरोपपत्र की एक प्रति पुरकायस्थ को देने का आदेश दिया।
मामले में आरोप तय करने और बहस के लिए 31 मई की तारीख निर्धारित की गई है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि इस मामले में उसके पास कुल 8 गवाह हैं।
मामला
क्या है मामला?
2021 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने न्यूजक्लिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। आरोप था कि वेबसाइट को विदेशों से 3 साल में लगभग 38 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली।
जांच में पाया गया कि अमेरिकी अरबपति सिंघम की ओर से न्यूजक्लिक को फंडिंग दी गई, जिसे देश में चीन के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए कई लोगों में बांटा गया। सिंघम चीनी मीडिया से जुड़े हैं और उन पर प्रोपेगैंडा फैलाने के आरोप लगते रहे हैं।