NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / कोरोना संक्रमण से ठीक हुए मरीजों के लिए जानलेवा बन रहा 'ब्लैक फंगस' क्या है?
    अगली खबर
    कोरोना संक्रमण से ठीक हुए मरीजों के लिए जानलेवा बन रहा 'ब्लैक फंगस' क्या है?

    कोरोना संक्रमण से ठीक हुए मरीजों के लिए जानलेवा बन रहा 'ब्लैक फंगस' क्या है?

    लेखन भारत शर्मा
    May 10, 2021
    08:37 pm

    क्या है खबर?

    पूरा देश कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से जूझ ही रहा है कि अब एक और नया संकट खड़ा हो गया है।

    दरअसल, कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद लोगों में म्यूकरमायकोसिस यानी ब्लैक फंगस बीमारी मिलने लगी है। कोरोना से तुरंत ठीक होने वाले मरीजों में इसका सबसे अधिक खतरा बताया जा रहा है।

    इसको लेकर सरकार ने एडवाइजरी भी जारी कर दी है। यहां जानते हैं कि क्या है ब्लैक फंगस और क्या है इसके कारण?

    पृष्ठभूमि

    इन राज्यों में सामने आ चुके हैं ब्लैक फंगस के मामले

    बता दें कि भारत में कोरोना वायरस महामारी के दौरान ब्लैक फंगस के मामले सामने आ चुके हैं। सबसे अधिक मामले महाराष्ट, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली, गुजरात में देखने को मिले हैं।

    इन राज्यों में ब्लैक फंगस के कारण मरीजों की आंखों की रोशनी के साथ कई अन्य गंभीर प्रभाव सामने आए हैं।

    इनमें सबसे अधिक मरीज कोरोना वायरस से ठीक होने वाले ही थे। भारत में दिसंबर में पहली बार ब्लैक फंगस के मामले सामने आए थे।

    ब्लैक फंगस

    क्या होता है म्यूकरमायकोसिस या ब्लैक फंगस?

    अमेरिका की सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार म्यूकरमायकोसिस या ब्लैक फंगस एक बेहद दुर्लभ संक्रमण है। यह म्यूकर फंगस के कारण होता है जो मिट्टी, पौधों, खाद, सड़े हुए फल और सब्ज़ियों में पनपता है।

    CDC के अनुसार यह फंगस मिट्टी के साथ हवा और यहां तक कि स्वस्थ इंसान की नाक और बलगम में भी पाई जाती है। यह फंगस साइनस, आंख, दिमाग़ और फेफड़ों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है।

    खतरा

    किन लोगों में होता है ब्लैंक फंगस का सबसे अधिक खतरा?

    भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार वर्तमान में ब्लैक फंगस का सबसे अधिक खतरा कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों में पाया जा रहा है।

    इसी तरह यह रोग प्रतिरोधक क्षमता कम करने वाली बीमारियों से ग्रसित लोगों में भी हो सकता है।

    इनमें कोरोना संक्रमितों की साथ मधुमेह, कैंसर, ऑर्गन ट्रांसप्लांट, स्टेरॉइड्स सेवन करने वाले, समय से पहले जन्मे बच्चे और HIV एड्स जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोग भी शामिल है।

    जानकारी

    कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए क्यों है अधिक घातक?

    ब्लैक फंगस में मृत्यु दर 50 प्रतिशत तक होती है। कोरोना संक्रमितों के उपचार में स्टेरॉइड्स काम लिया जाता है। इससे इम्यून सिस्टम तो सक्रिय हो जाता है, लेकिन इम्यूनिटी कम होती है। इसके कारण कोरोना मरीज ब्लैक फंगस की चपेट में आ रहे हैं।

    लक्षण

    क्या है ब्लैक फंगस के प्रमुख लक्षण?

    CDC के अुनसार ब्लैक फंगस से पीड़ित व्यक्ति को चेहरे के एक हिस्से में सूजन, सिरदर्द, नाक में संक्रमण, नाक या मुंह के ऊपरी हिस्से पर काले घाव, बुखार, खांसी, छाती में दर्द, सांस लेने में परेशानी, आंखों में सूजन और दर्द, पलकों का गिरना, धुंधला दिखना, अंधापन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

    कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों में यह ठीक होने के दो-तीन दिन बाद या ठीक होने के दौरान भी नजर आ सकते हैं।

    प्रभाव

    उपचार में देरी पर जा सकती है दोनों आंखें

    विशेषज्ञों के अनुसार उपचार में देरी पर ब्लैक फंगस का संक्रमण घातक हो जाता है और मरीज की आंखों की रोशनी चली जाती है। ऐसे में डॉक्टर्स को संक्रमण को दिमाग़ तक पहुंचने से रोकने के लिए आंख निकालनी पड़ती है।

    कुछ दुर्लभ मामलों में डॉक्टरों को मरीज का जबड़ा भी निकालना पड़ता है ताकि संक्रमण को और फैलने से रोका जा सके। ऐसे में लोगों को इस तरह के लक्षण नजर आने पर तत्काल डॉक्टर के पास जाना चाहिए।

    जानकारी

    ब्लैक फंगस से कैसे बचा जाए?

    ICMR के अनुसर ब्लैक फंगस से बचने के लिए धूल भरी जगह पर जाने से पहले मास्क जरूर लगाएं। शरीर को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनें, मिट्टी या खाद का काम करने से पहले हाथों में ग्लव्स पहनें और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।

    एडवाइजरी

    क्या है ब्लैक फंगस को लेकर ICMR की एडवाइजरी?

    ICMR की एडवाइजरी के अनुसार कोरोना संक्रमण से ठीक हुए मरीजों में ब्लैक फंगस पाया गया है। यह कमजोर इम्यूनिटी, अत्यधिक मधुमेह यानी शुगर, लंबे समय तक स्टेरॉयड्स लेने वाले, लंबी बीमारी से पीड़ित और लंबे समय से दवा लेने वालों में भी होता है।

    इसमें नाक के नीचे लाल होना और दर्द होना, बुखार आना, खांसी, खून की उल्टी, मानसिक स्वास्थ्य पर असर, देखने में दिक्कत, दांतों और छाती में दर्द की समस्या होती है।

    सलाह

    ब्लैक फंगस से संक्रमित होने पर क्या करें?

    ICMR की एडवाइजरी के अनुसार अगर कोई ब्लैक फंगस से संक्रमित हैं तो उन्हें सबसे पहले अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने की कोशिश करनी चाहिए और अगर व्यक्ति कोरोना संक्रमण से ठीक हो गया है तब भी लगातार ब्लड शुगर की जांच करते रहना चाहिए। ऑक्सीजन ले रहे हों तो ह्यूमीडिफ़ायर के लिए साफ पानी (स्टेराइल वॉटर) का इस्तेंमाल करें।

    इसी तरह एंटीबायोटिक्स, एंटीफंगल दवा और स्टरॉयड का इस्तेमाल बिना डॉक्टर की सलाह के न करें।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत की खबरें
    भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद
    कोरोना वायरस
    महामारी

    ताज़ा खबरें

    IPL 2025: कुलदीप यादव का इस संस्करण कैसा रहा प्रदर्शन? जानिए आंकड़े  IPL 2025
    'हाउसफुल' समेत इन बॉलीवुड फिल्मों के बने सबसे ज्यादा सीक्वल, एक के तो 8 भाग आए हाउसफुल फिल्म
    अपने स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ कैसे बढ़ाएं? यहां जानिए तरीका स्मार्टफोन
    IPL 2025, क्वालीफायर-1: RCB ने PBKS को हराकर फाइनल में बनाई जगह, देखिए शानदार मोमेंट्स IPL 2025

    भारत की खबरें

    कोरोना वायरस: भारत पहुंची रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-V की पहली खेप, वैक्सीनेशन में आएगी तेजी हैदराबाद
    सीमा विवाद: पूर्वी लद्दाख के कई इलाकों में चीन ने फिर मजबूत की अपनी उपस्थिति चीन समाचार
    अप्रिलिया SXR 125 बनाम सुजुकी बर्गमैन स्ट्रीट: कौन सा है महंगा, किसका इंजन दमदार? ऑटोमोबाइल
    कोरोना: देश में बीते दिन सामने आए 3.92 लाख मामले, रिकॉर्ड 3,689 मौतें महाराष्ट्र

    भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद

    कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में क्या-क्या योगदान दे रहा है भारतीय रेलवे? नरेंद्र मोदी
    सुप्रीम कोर्ट ने किया पुराने फैसले में बदलाव, केवल गरीबों का होगा फ्री कोरोना वायरस टेस्ट सुप्रीम कोर्ट
    कोरोना वायरस: 25 जिलों में पिछले 14 दिन में कोई नया मामला नहीं, जानिए बड़ी बातें नरेंद्र मोदी
    कोरोना वायरस: भारत में 80 प्रतिशत मरीजों में नहीं दिखे लक्षण, बने चिंता का विषय महाराष्ट्र

    कोरोना वायरस

    दिल्ली: दूर हुआ ऑक्सीजन संकट, तीन महीनों में सबको लगेगी वैक्सीन- केजरीवाल अरविंद केजरीवाल
    सलमान खान ने लिया 25,000 दिहाड़ी मजदूरों का जिम्मा, प्रत्येक खाते में जमा होंगे 1,500 रुपये सलमान खान
    कोरोना: देश में बीते दिन सामने आए चार लाख से अधिक मामले, रिकॉर्ड 4,187 मौतें भारत की खबरें
    कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए तमिलनाडु में 10-24 मई तक रहेगा पूर्ण लॉकडाउन तमिलनाडु

    महामारी

    दिल्ली: ऑक्सीजन की कमी से बत्रा अस्पताल के ICU में भर्ती 12 मरीजों की मौत दिल्ली
    कोरोना वायरस: बढ़ते संक्रमण के बीच दिल्ली में एक सप्ताह के लिए और बढ़ाया गया लॉकडाउन दिल्ली
    न्यूजीलैंड दूतावास ने यूथ कांग्रेस नेता से मांगी ऑक्सीजन, सरकार पर सवाल उठने पर हटाया ट्वीट दिल्ली
    दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी से परेशान डॉक्टर ने फंदे से झूलकर की आत्महत्या दिल्ली
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025