NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / पश्चिम बंगाल ट्रेन हादसा: क्या है 'कवच' सिस्टम, जिसके होने से बच जाती दुर्घटना?
    अगली खबर
    पश्चिम बंगाल ट्रेन हादसा: क्या है 'कवच' सिस्टम, जिसके होने से बच जाती दुर्घटना?
    कंचनजंगा एक्सप्रेस सिलीगुड़ी में मालगाड़ी से टकरा गई (तस्वीर: एक्स/@The_Xenos19)

    पश्चिम बंगाल ट्रेन हादसा: क्या है 'कवच' सिस्टम, जिसके होने से बच जाती दुर्घटना?

    लेखन भारत शर्मा
    Jun 17, 2024
    04:07 pm

    क्या है खबर?

    पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में सोमवार को एक मालगाड़ी ने सियालदाह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस के पीछे से टक्कर मार दी।

    इस हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई और 50 यात्री घायल बताए जा रहे हैं।

    इस बीच सामने आया है कि रेलवे द्वारा ट्रेन हादसों को रोकने के लिए तैयार किया गया 'कवच' (KAVACH) सिस्टम हादसे वाली जगह नहीं था। यदि वह होता तो हादसा बच सकता था।

    आइए जानते हैं आखिर 'कवच' सिस्टम क्या है।

    पहचान

    क्या है रेलवे का 'कवच' सिस्टम?

    रेलवे का यह 'कवच' सिस्टम अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (RDSO) ने तैयार किया है। यह एक स्वेदेशी एंटी प्रोटेक्शन सिस्टम (APS) है।

    इस सिस्टम में आपातकालीन स्थिति में ट्रेन में अपने आप ब्रेक लग जाते हैं। यदि दो ट्रेनें एक ही लाइन आमने-सामने आ रह है तो भी ट्रेन अपने आप रुक जाती है।

    इसी तरह सर्दियों में कोहरे के दौरान भी यह सिस्टम कारगर होता है। यह बड़े रेल हादसे रोकने में काफी कारगर है।

    काम

    कैसे काम करता है 'कवच' सिस्टम?

    अगर लोको पायलट भूलवश या किसी तकनीकी खराबी के कारण रेड सिग्नल क्रॉस करता है तो इस स्थिति को खतरे में सिग्नल पास किया गया (SPAD) माना जाता है।

    ऐसे में पटरियों, सिग्नल और स्टेशन यार्ड में लगाया गया रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) सिस्टम सक्रिय हो जाता है और ट्रेन के ब्रेक अपने आप लगने शुरू हो जाते हैं।

    इससे ट्रेन की रफ्तार बहुत कम हो जाती है और आपस में टकराने जैसे बड़े हादसे टल जाते हैं।

    मौसम

    खराब मौसम में काम करता है OBDSA

    'कवच' सिस्टम के तहत ट्रेनों में ऑन बोर्ड डिस्प्ले ऑफ सिग्नल एस्पेक्ट (OBDSA) लगाया जाता है। यह खराब मौसम के कारण दृश्यता कम होने पर भी लोको पायलटों को सिग्नल देखने में मदद करता है।

    आमतौर पर लोको पायलटों को सिग्नल देखने के लिए खिड़की से बाहर देखना पड़ता है।

    सुरक्षा प्रणाली 'रेड सिग्नल' के करीब पहुंचने पर लोको पायलट को एक सिग्नल भेजती है और सिग्नल को टूटने से बचाने के लिए आवश्यकता पड़ने पर स्वचालित ब्रेक लगाती है।

    कार्यरत

    भारत में कहां कार्यरत है 'कवच' सिस्टम?

    सेंट्रल रेलवे बोर्ड की CEO और चेयरमैन जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि 'कवच' सिस्टम 1,500 किमी में लगाया जा चुका है और इस साल 3,000 और किलोमीटर में लगाया जाएगा।

    इसी तरह अगले साल फिर से 3,000 किलोमीटर में इसे लगाया जाएगा। इस साल की योजना में पश्चिम बंगाल भी शामिल है, लेकिन हादसे वाली जगह पर अभी तक नहीं लग पाया है।

    उन्होंने बताया कि यह महंगा सिस्टम है, इसलिए इसे चरणबद्ध तरीके से लगाया जा रहा है।

    जानकारी

    1 लाख किलोमीटर लंबी है भारतीय रेल प्रणाली

    सिन्हा ने बताया कि भारतीय रेल प्रणाली करीब 1 लाख किलोमीटर लंबी है। धीरे-धीरे पूरे रेल नेटवर्क पर यह सिस्टम लगा दिया जाएगा। इसके लिए अंतरिम बजट 2024-25 में 557 करोड़ रुपये से अधिक का बजट भी आवंटित किया गया है।

    कारण

    क्या है हादसे का कारण?

    पश्चिम बंगाल में हुए रेल हादसे को लेकर सिन्हा ने बताया कि यह सिग्नल डिसरिगार्ड की गलती है, यानी गाड़ी को सिग्नल पर रुकना था, लेकिन किसी कारण से वह रुक नहीं पाई। इसमें लोको पायलट की गलती हो सकती है या तकनीकी खराबी भी हो सकती है। इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

    उन्होंने बताया कि रेलवे इस तरह के हादसों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    पश्चिम बंगाल
    भारतीय रेलवे
    रेल दुर्घटना

    ताज़ा खबरें

    पाकिस्तान पर आर्थिक प्रहार की तैयारी में भारत, FATF और विश्व बैंक से करेगा ये अपील विश्व बैंक
    पंजाब में आम आदमी पार्टी के विधायक रमन अरोड़ा को विजिलेंस ने गिरफ्तार किया, जानिए मामला पंजाब
    'परम सुंदरी' का टीजर लीक, लोगों को पसंद आई सिद्धार्थ मल्होत्रा और जाह्नवी कपूर की जोड़ी सिद्धार्थ मल्होत्रा
    IPL 2025: PBKS बनाम DC मुकाबले की ड्रीम इलेवन, प्रीव्यू और अहम आंकड़े  पंजाब किंग्स

    पश्चिम बंगाल

    ममता बनर्जी का भाजपा पर बड़ा आरोप, कहा- राम नवमी पर दंगा करने की साजिश  ममता बनर्जी
    ममता बनर्जी का बड़ा आरोप, बोलीं- राम नवमी पर हिंसा पूर्व नियोजित थी, भाजपा ने करवाई ममता बनर्जी
    पश्चिम बंगाल: कूच बिहार के मतदान केंद्र पर अर्धसैनिक बल के जवान की मौत लोकसभा चुनाव
    पश्चिम बंगाल: कूच बिहार में मतदान के दौरान बूथ पर मारपीट और पत्थरबाजी, TMC पर आरोप लोकसभा चुनाव

    भारतीय रेलवे

    कौन हैं जया वर्मा सिन्हा, जो बनीं रेलवे बोर्ड की पहली महिला अध्यक्ष और CEO? भारत सरकार
    दिल्ली-हावड़ा रूट पर 50 से अधिक ट्रेनें अक्टूबर तक रद्द, कई के मार्ग बदले गए दिल्ली
    उत्तर प्रदेश: बाराबंकी में "पानी पर चल रही ट्रेनें", बारिश के कारण रेलवे स्टेशन बना नदी उत्तर प्रदेश
    रेलवे में अप्रेंटिस के 3,115 पदों पर निकली भर्ती, जानें कौन कर सकता है आवेदन सरकारी नौकरी

    रेल दुर्घटना

    #NewsBytesExplainer: हर आपदा में सेवा के लिए तैयार NDRF कैसे बना? क्या काम करता है? राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF)
    ओडिशा में हुए रेल हादसे पर भारतीय खिलाड़ियों ने जताया दुख, जानिए किसने क्या कहा विराट कोहली
    #NewsBytesExplainer: ओडिशा ट्रेन हादसे के बीच जिस कवच सिस्टम की बात हो रही, वह क्या है? ओडिशा
    ओडिशा ट्रेन हादसा: अब तक 275 मौतें, रेल मंत्री बोले- घटना की वजह पता चल गई ओडिशा
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025