अध्यक्ष पद के चुनाव का कार्यक्रम तय करने के लिए कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक कल
क्या है खबर?
पार्टी के अगले अध्यक्ष के लिए चुनावी कार्यक्रम तय करने के लिए शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकारिणी (CWC) की बैठक होगी।
यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब विपक्षी पार्टियों को लग रहा है कि कांग्रेस अंदरूनी मुद्दों से उलझी हुई है और वह विपक्षी खेमे को एक सशक्त नेतृत्व नहीं दे पा रही है।
बीते कुछ समय से कांग्रेस के भीतर भी कई ऐसी आवाजें उठी हैं, जिनमें नेतृत्व में बदलाव की बात कही गई है।
प्रस्ताव
सोनिया गांधी को भेजा गया प्रस्ताव
बताया जा रहा है कि पार्टी की तरफ से चुनावी कार्यक्रम का प्रस्ताव सोनिया गांधी को भेजा जा चुका है।
दूसरी तरफ बैठक में इस बात पर भी नजर रहेगी कि कार्यकारिणी के सदस्यों के चुनावों पर भी चर्चा होती है या नहीं।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि CWC के सदस्यों के चुनाव पर चर्चा हो सकती है। 23 कांग्रेस नेताओं द्वारा सोनिया गांधी को लिखे पत्र में इसकी मांग की गई थी।
नेतृत्व
राहुल गांधी के बतौर अध्यक्ष लौटने की उम्मीद
कांग्रेस नेताओं का उम्मीद है कि राहुल गांधी एक बार फिर पार्टी की कमान संभाल सकते हैं। उनका कहना है कि बीते दिनों में राहुल की सक्रियता को उसी दिशा में उठाए गए कदम समझे जा सकते हैं।
पार्टी लगातार इस महीने विदेश से लौटे राहुल की सक्रियता को दिखाने की कोशिश कर रही है।
पिछले हफ्ते राहुल ने तमिलनाडु में जलीकट्टु समारोह में हिस्सा लिया था। इसके बाद उन्होंने विदेश मंत्रालय की बैठक में अपनी उपस्थिति महसूस करवाई।
कांग्रेस
पद संभालने के संकेत दे चुके हैं राहुल
इसके अलावा राहुल गांधी ने मंगलार को किसान आंदोलन पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार पर कड़े प्रहार किए थे। इस मौके पर उन्होंने कई सवालों का जवाब दिया और सरकार पर जमकर निशाना साधा।
कई बार ना-नुकर के बाद राहुल ने पिछले महीेने अध्यक्ष पद संभालने के संकेत दे दिए थे। कांग्रेस की एक बैठक में उन्होंने कहा था कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी, वो उसे निभाने के लिए तैयार हैं।
बयान
99.9% नेता राहुल को बनाना चाहते हैं कांग्रेस अध्यक्ष- सुरजेवाला
दिसंबर में पार्टी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दावा किया था कि कांग्रेस के 99.9% नेता चाहते हैं कि राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनाए जाए। बता दें कि 2019 के चुनावों में शर्मनाक हार के बाद गांधी ने अध्यक्ष पद छोड़ दिया था।
कांग्रेस
कई मौकों पर उठ चुकी है नेतृत्व में बदलाव की मांग
गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में कई बार कांग्रेस के नेतृत्व में बदलाव की मांग उठ चुकी है।
बिहार चुनाव के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा था कि लोग अब कांग्रेस को प्रभावी विकल्प के तौर पर नही देख रहे हैं। कांग्रेस अब पहले जैसी ताकत नहीं रही है।
उन्होंने कहा था कि बिना बदलाव के मनचाहे नतीजे नहीं मिलेंगे।
वहीं पी चिदंबरम ने भी कहा था कि पार्टी में संगठनात्मक उपस्थिति का अभाव है।
पत्र
अगस्त में 23 नेताओं ने लिखा था सोनिया को पत्र
इससे पहले अगस्त में सोनिया गांधी को पत्र लिखते हुए गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और शशि थरूर जैसे 23 बड़े नेताओं ने पार्टी की मौजूदा स्थिति पर चिंता जाहिर की थी और ऐसे नेतृत्व की जरूरत बताई गई थी जो सक्रिय भी हो और दिखे भी।
पत्र में में राज्य इकाइयों के सशक्तिकरण, पार्टी हर स्तर पर चुनाव और एक केंद्रीय संसदीय बोर्ड के तत्काल गठन समेत कई सुधारों की मांग की गई थी।