योगी ने शुरू की कन्या सुमंगला योजना, सरकार करेगी जन्म से पढ़ाई तक का सारा इंतज़ाम
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने दिवाली से पहले प्रदेश की कन्याओं को बड़ा तोहफ़ा दिया है।
दरअसल, धनतेरस के दिन उत्तर प्रदेश में जन्म लेने वाली बेटियों के लिए "मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना" की शुरुआत की गई है।
इस योजना के अंतर्गत जिन परिवारों की वार्षिक आय तीन लाख रुपये से कम होगी, उनके घर बेटी पैदा होने पर सरकार उनको आर्थिक मदद देगी।
आइए इस योजना के बारे में विस्तार से जानें।
जानकारी
शुक्रवार को किया गया योजना का शुभारंभ
जानकारी के अनुसार, प्रदेश की राजधानी में शुक्रवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संयुक्त रूप से इस योजना का शुभारंभ किया।
पंजीकरण
हो चुके हैं दो लाख से ज़्यादा ऑनलाइन पंजीकरण
साल 2019-20 के बजट में योगी सरकार ने इस योजना के लिए 12,00 करोड़ रुपये का प्राविधान किया था।
ऐसा माना जा रहा है कि सरकार की यह योजना बेटियों के लिए सुरक्षा कवच बनेगी। इसमें बेटी के पैदा होने से लेकर उसकी पढ़ाई में आर्थिक मदद की जाएगी।
बता दें कि इस योजना के अंतर्गत अब तक दो लाख से अधिक ऑनलाइन पंजीकरण हो चुके हैं, जबकि तीन लाख पंजीकरण ऑफलाइन किए गए हैं।
योजना
नारी सशक्तिकरण से जुड़ी कई योजनाओं को प्रदेश में लागू किया गया
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, "धनतेरस के दिन को हम लोग धन और ऐश्वर्य की देवी लक्ष्मी के पूजन के रूप में मनाते हैं। ख़ासतौर पर इस दिन धन और ऐश्वर्य तब आएगा, जब व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "प्रधानमंत्री की प्रेरणा से सरकार ने नारी सशक्तिकरण से जुड़ी हुई योजनाओं को न केवल प्रदेश के अंदर लागू किया है, बल्कि केंद्र की योजनाओं को भी प्रदेश के अंदर प्रभावी रूप से लागू करने का कार्य किया है।"
आँकड़ा
कम हुई है मातृ और शिशु मृत्यु दर
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बीते पाँच वर्षों के दौरान तीन दर्जन से अधिक नारी सशक्तिकरण और कन्या सुमंगला से जुड़ी योजनाएँ भारत सरकार ने लागू की है।
उन्होंने आगे कहा कि आज हम प्रदेश के अंदर मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर के आँकड़ो को देखते हैं, तो पिछले पाँच सालों में इसमें भारी परिवर्तन देखने को मिलता है।
कार्यक्रम में शामिल अन्य नेताओं ने भी मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई इस योजना की तारीफ़ की।
बयान
राज्य की माताओं के लिए केंद्र और राज्य ने की बड़ी व्यवस्था: स्मृति ईरानी
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, "धनतेरस का कार्यक्रम शायद ही कहीं किसी और राज्य में इस तरह मनाया गया होगा। मुख्यमंत्री जी को मैं इसके लिए बधाई देती हूँ।"
उन्होंने आगे कहा, "केंद्र और राज्य की सरकार ने राज्य की माताओं के लिए बड़ी व्यवस्था की। मातृ योजना के तहत सात लाख से अधिक माताओं को इसका लाभ मिला। कन्या सुमंगला योजना के द्वारा घर की लक्ष्मी के आते ही उसे उत्सव के रूप में मनाया जाएगा।"
पैसा
कितना और किस तरह मिलेगा पैसा?
योजना में मिलने वाले लाभ को छह श्रेणियों में बाँटा गया है।
बालिका के जन्म के समय सरकार द्वारा 2,000 रुपये दिए जाएँगे। उसके एक वर्ष तक के पूर्ण टीकाकरण पर 1,000 रुपये दिए जाएँगे।
उसके कक्षा एक में प्रवेश करने पर 2,000 रुपये दिए जाएँगे। वहीं, कक्षा पाँच में प्रवेश करने पर भी 2,000 रुपये दिए जाएँगे।
कक्षा नौ में प्रवेश पर 3,000 रुपये दिए जाएँगे, जबकि 10वीं/12वीं पास करके स्नातक/दो वर्षीय डिप्लोमा के लिए 5,000 रुपये दिए जाएँगे।
लाभ
किसको और कैसे मिलेगा लाभ?
इस योजना के तहत दो बच्चों वाले परिवार की दो ही बेटियों को लाभ मिलेगा।
अगर पहली बेटी के बाद जुड़वा बेटी होती है, तो तीनों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
बालिका के अवयस्क होने पर देय राशि उसकी माता के और माता के निधन के बाद उसके पिता के खाते में आएगी। वहीं, अगर माता-पिता दोनों की मौत हो जाती है, तो राशि बालिका के खाते में आएगी।
जानकारी
कैसे करें आवेदन?
इस योजना का लाभ लेने के लिए https://mksy.up.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन जनसुविधा केंद्र/CSC से किया जा सकता है। इसके अलावा आप ऑफलाइन फ़ॉर्म भरकर खंड विकास अधिकारी, SDM, ज़िला परिविक्षा अधिकारी, उप-परिविक्षा अधिकारी के कार्यालय में भी जमा कर सकते हैं।