स्मृति ईरानी ने कहा, जिस दिन मोदी राजनीति छोड़ेंगे, वह भी राजनीति को अलविदा कह देंगी
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि जिस दिन प्रधानमंत्री मोदी राजनीति छोड़ेंगे, वह भी राजनीति से संन्यास ले लेंगी। हालांकि, उन्होंने कहा कि मोदी अभी लंबे समय तक राजनीति में रहेंगे। उत्तर प्रदेश में मायावती और अखिलेश यादव के गठबंधन पर भी कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि पिछली बार भी जब हाथी साइकिल पर सवाल हुआ था, साइकिल पंचर हो गई थी। अपने अमेठी से चुनाव लड़ने पर उन्होंने कुछ नहीं कहा।
'भाग्यशाली हूं जो अटल बिहारी और मोदी के नेतृत्व में काम करने का मौका मिला'
रविवार को पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान ईरानी से ये बातें कहीं। जब उनसे सवाल किया गया कि क्या वह कभी देश की प्रधानमंत्री बन पाएंगी तो उन्होंने ना में जबाव दिया। उन्होंने कहा, "मैं भाग्यशाली हूं कि मैंने करिश्माई नेता अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में काम किया और अभी मोदी के नेतृत्व में काम कर रही हूं। यही मेरी हार्दिक इच्छा थी। जिस दिन प्रधानसेवक मोदी राजनीति छोड़ेंगे, वह दिन मेरा भारतीय राजनीति में आखिरी दिन होगा।"
'मोदी ने गुजरात से सांसद बनाया'
अपनी राजनीतिक यात्रा के बारे में ईरानी ने कहा, "मोदी ने मुझे गुजरात से सांसद बनाया और राज्यसभा चुनाव के दौरान मेरा नाम प्रस्तावित किया। जब मुझे मानव संसाधन मंत्री बनाया गया तो नेतृत्व के अलावा किसी ने नहीं सोचा था कि मैं इस पर खरी उतरूंगी।" उन्होंने आगे कहा, "जब मुझे कपड़ा मंत्रालय दिया गया तो मैंने पाया कि कई योजनाओं का पूरा कार्यान्वयन नहीं हुआ है और हमने सुनिश्चित किया कि यह योजनाएं पूरी हो।"
'मुझे ट्रोल किया गया'
अमेठी से चुनाव लड़ने के बारे में उन्होंने कोई भी घोषणा करने से इनकार किया। उन्होंने कहा, "सभी जानना चाहते हैं कि क्या मैं अमेठी से चुनाव लड़ूंगी। इस मामले में अमित शाह अंतिम फैसला लेंगे।" उन्होंने आगे कहा, "मुझे चर्चित पत्रकारों, राजनेताओं और अन्य ने खूब ट्रोल किया है। आपको अपमानित करने या सेक्सुअली ऑब्जैक्टिफाई करने के पीछे मंशा यही होती है कि आपकी हिम्मत को तोड़ा जा सके। मैंने सीखा है कि माफ कर दो लेकिन भूलो मत।"
'लंबे समय तक राजनीति में रहेंगे मोदी'
मोदी के बाद कौन के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह अभी काफी लंबे समय तक राजनीति में रहने वाले हैं, इसलिए इस सवाल को कोई मतलब नहीं। प्रियंका गांधी की राजनीति में एंट्री पर उन्होंने कहा कि यह एक आजाद देश है जहां कोई भी खुद के फैसले ले सकता है। सपा-बसपा के गठबंधन पर उन्होंने कहा कि पिछली बार भी जब साइकिल पर हाथी सवार हुआ था, तब साइकिल पंचर हो गई थी।
सत्ता में वापसी का है भरोसा
महिला आरक्षण के मुद्दों पर पार्टी की भूमिका की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि टिकटों का बंटवारा सीट से उम्मीदवार के चुनाव जीतने की संभावना के नजरिए से होता है और इसमें महिला या पुरुष होना ज्यादा मायने नहीं रखता। लोकसभा चुनाव पर ईरानी ने कहा कि विपक्ष एकजुट होने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हमारा लोगों से गठबंधन है और वो बड़ी संख्या में उनके समर्थन में बाहर आएंगे और फिर से सेवा का मौका देंगे।