
भारत-पाकिस्तान तनाव में संयुक्त राष्ट्र की एंट्री, महासचिव ने की जयशंकर और शहबाज शरीफ से बात
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान में तनाव चरम पर है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र (UN) की भी एंट्री हो गई है।
UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से फोन पर बात की है।
उन्होंने पहलगाम हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और मामले में न्याय और जवाबदेही के महत्व पर जोर दिया।
UN
UN ने बढ़ते तनाव पर जताई चिंता
UN प्रवक्ता ने बताया, "पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ अलग-अलग फोन कॉल में महासचिव गुटेरेस ने तनाव कम करने के प्रयासों में सहयोग देने की पेशकश की।"
बयान में आगे कहा गया है कि महासचिव ने आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर गहरी चिंता जताते हुए जोर दिया कि किसी भी टकराव की स्थिति से बचना जरूरी है, क्योंकि इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
जयशंकर का बयान
विदेश मंत्री बोले- भारत दोषियों को कटघरे में लाएगा
बातचीत के बाद विदेश मंत्री ने लिखा, 'UN महासचिव गुटेरेस से फोन पर बात हुई। उन्होंने पहलगाम में आतंकी हमले की निंदा की, जिसकी हम सराहना करते हैं। इस घटना में जवाबदेही तय करने के महत्व पर सहमति बनी है। भारत प्रतिबद्ध है कि इस हमले के साजिशकर्ताओं, समर्थकों और दोषियों को कटघरे में लाया जाएगा।'
यह बातचीत ऐसे समय हुई है, जब पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत अगले 24-36 घंटों के भीतर सैन्य कार्रवाई कर सकता है।
शहबाज का बयान
शहबाज बोले- पाकिस्तान शांति के लिए प्रतिबद्ध
वहीं, शहबाज ने लिखा, 'UN महासचिव से फोन पर बात हुई। मैंने आतंकवाद के सभी रूपों की पाकिस्तान द्वारा की गई निंदा की पुष्टि की, भारत के निराधार आरोपों को खारिज किया और घटना की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच का आह्वान किया। मैंने आग्रह किया कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुरूप जम्मू-कश्मीर विवाद को सुलझाने में भूमिका निभाए। पाकिस्तान शांति के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन चुनौती मिलने पर अपनी संप्रभुता की पूरी ताकत से रक्षा करेगा।'
सेना
प्रधानमंत्री ने सेना को दी पूरी तरह की छूट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिन अपने आवास पर देश की तीनों सेनाओं की उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल सहित सभी सेना प्रमुख शामिल हुए थे।
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ सख्ती के लिए तीनों सेनाओं को प्रतिक्रिया के तरीके, लक्ष्य का चुनाव और समय पर निर्णय लेने की पूरी खुली छूट दी है।
हमला
पहलगाम हमले में मारे गए थे 26 लोग
22 अप्रैल को पहलगाम के एक रिसॉर्ट में 4 आतंकवादियों ने गोलीबारी की। यह हमला उस समय हुआ जब पर्यटक खच्चर की सवारी का आनंद ले रहे थे।
इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई। इस हमले से पूरा देश स्तब्ध है तथा भारत और विदेशों में इसकी कड़ी निंदा की है।
यह देश में पिछले दो दशकों में हुए सबसे घातक नागरिक हमलों में से एक है। सुरक्षा बल आतंकियों की तलाश में जुटे हैं।