विदेश मंत्री जयशंकर ने LAC पर हुए समझौते का श्रेय सैन्य और कुशल कूटनीति को दिया
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर गश्त को लेकर हुए समझौते का श्रेय सैन्य और कुशल कूटनीति को दिया है। बता दें कि पूर्वी लद्दाख में देपसांग और डेमचोक में भारतीय और चीनी सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो गई और यह 29 अक्टूबर तक पूरी हो जाएगी। इसके बाद 31 अक्टूबर यानी दीवाली के दिन से दोनों पक्षों पहले की तरह गश्त शुरू कर पाएंगे।
विदेश मंत्री ने क्या दिया बयान?
विदेश मंत्री जयशंकर ने पुणे में PTI से कहा, "अगर आज हम उस मुकाम पर हैं, तो इसका कारण यह है कि हम अपनी जमीन पर डटे रहने और अपनी बात रखने के लिए दृढ़ प्रयास किया। सेना देश की रक्षा के लिए बहुत ही अकल्पनीय परिस्थितियों में (LAC पर) मौजूद थी और सेना ने अपना काम किया और कूटनीति ने अपना काम किया।" उन्होंने आगे कहा, "भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने में अभी भी कुछ समय लगेगा।"
आज लगा रहे 5 गुना अधिक संसाधन- जयशंकर
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, "आज हम एक दशक पहले की तुलना में सालाना 5 गुना अधिक संसाधन लगा रहे हैं, जिसके परिणाम दिख रहे हैं और सेना को वास्तव में प्रभावी ढंग से तैनात करने में सक्षम बना रहे हैं। " उन्होंने कहा, "साल 2020 से सीमा पर स्थिति बहुत खराब हो गई है, जिसका पूरे रिश्ते पर नकारात्मक असर पड़ा है, लेकिन भारत ने हमेशा शांतिपूर्ण समाधान का रास्ता खोजने का प्रयास किया।"