
पेट्रोल के स्तर पर पहुंची टमाटर की कीमत, महानगरों में 100 रुपये के ऊपर पहुंचे भाव
क्या है खबर?
सब्जी का स्वाद बढ़ाने वाले टमाटर की कीमतें इन दिनों पेट्रोल के स्तर पर पहुंच गई है।
बेमौसम बारिश और कम आपूर्ति से देश के महानगरों में टमाटर की कीमतों में तीन गुना से भी अधिक का उछाल आ गया है। ऐसे में अब सब्जियों से टमाटर गायब होता नजर आ रहा है।
हालात यह है कि दो महीने पहले तक 38 रुपये किलो के भाव से बिकने वाला टमाटर अब 100 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गया है।
सबसे ज्यादा
चेन्नई में 140 रुपये प्रति किलों पर पहुंच भाव
NDTV के अनुसार, तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में टमाटर के सबसे अधिक दाम बढ़े हैं। यहां इस महीने की शुरुआत में खुदरा बाजार में टमाटर 40 रुपये किलो बिक रहा था, लेकिन मंगलवार को इसके भाव 140-160 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गए हैं।
इसी तरह देश के सबसे बड़े टमाटर उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश में इसकी कीमत 100 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कीमत 70-100 रुपये के बीच है।
अन्य
अन्य शहरों में यह है टमाटर के भाव
कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरु में टमाटर की कीमत 110 रुपये प्रति किलो और प्याज की 60 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है। इसी तरह मुंबई में टमाटर 80-100 रुपये किलो के बीच बिक रहा है।
इसके अलावा अण्डमान व निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में टमाटर 113 रुपये, राजस्थान की राजधानी जयपुर में 80-100 रुपये, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी टमाटर 60-80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
कारण
बेमौसम बारिश से फसल के खराब होने से बढ़े दाम
बता दें कि देश में आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश टमाटर के सबसे बड़े उत्पादक राज्य है। इसमें आंध्र प्रदेश में 58,000 हेक्टेयर भूमि में टमाटर की खेती होती है और यह 26.67 लाख मीट्रिक टन टमाटर का उत्पादन करता है।
चित्तूर का मदनपल्ली टमाटर का सबसे बड़ा बाजार है, लेकिन इस साल बेमौसम बारिश और बाढ़ के कारण टमाटर की फसल खराब हो गई। यही कारण है कि टमाटर की कीमतों में तेज गति से इजाफा हुआ है।
बयान
बारिश और बाढ़ से बिगड़ी स्थिति- चंद्रन
कोयमबेडु की फेडरेशन ऑफ होलसेल वेजिटेबल मार्केट एसोसिएशंस के सचिव एस चंद्रन ने कहा कि इस बार आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में टमाटर की खेती वाले इलाके बारिश के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। इससे फसल को नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि पहले 27 किलो टमाटर की खरीद खेत से 500 रुपये में होती थी जो अब यह 3,000 रुपये पहुंच गई है। टमाटर की कीमतें पहले शायद ही कभी इस स्तर पर पहुंची थी।
उत्पादन
भारत में होता है 19.75 मिलियन टन टमाटर का उत्पादन
नेशनल हॉर्टिकल्चरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन के अनुसार, चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश भारत है।
यहां 7.89 लाख हेक्टेयर क्षेत्र से लगभग 25.05 टन प्रति हेक्टेयर की औसत उपज के साथ लगभग 19.75 मिलियन टन का उत्पादन होता है। पिछले महीने मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में टमाटर की बुवाई हुई थी।
इसके तैयार होने में 2-3 महीने का समय लगेगा। उसके बाद कीमतों में गिरावट आने की उम्मीद है।
निशाना
कांग्रेस प्रवक्ता ने सरकार पर साधा निशाना
बढ़ती महंगाई को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेरा ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, "मोदी जी ने देश के लिए क्या स्थिति पैदा की है। रसोई में टमाटर और प्याज पर धारा 144 लागू हो गई है। शिमला मिर्च 100-120 रुपए किलो और प्याज भी 50 रुपए किलो बिक रहा है।"
उन्होंने कहा, "सरकार को इस बात का आकलन करना चाहिए कि उनके करों के कारण महीने के अंत में आम आदमी के पास कितना पैसा बचा है।"