दिल्ली में डेंगू का प्रकोप, इस साल सामने आ चुके हैं 1,000 से अधिक मामले
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी की चार लहरों का सामना कर चुकी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली अब डेंगू से जूझ रही है।
बीते एक हफ्ते के दौरान यहां डेंगू के 283 नए मामले सामने आ चुके हैं, जिसके बाद कुल मामलों की संख्या 1,000 के पार हो गई है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में इस साल 23 अक्टूबर तक डेंगू के 1,006 मामले सामने आए हैं, जिनमें से दो तिहाई अकेले अक्टूबर महीने में दर्ज हुए हैं।
दिल्ली में डेंगू
अक्टूबर में दर्ज हुए 665 मामले
इस साल मिले डेंगू के कुल मामलों में से 665 अक्टूबर में सामने आए हैं। हर साल आमतौर पर इस महीने डेंगू का प्रकोप तेज होता है।
अक्टूबर, 2020 में दिल्ली में डेंगू के 346 (उस साल के कुल मामलों में से 32.2 प्रतिशत), 2019 में 787 (कुल मामलों में से 38.6 प्रतिशत) और 2018 में 1,114 (उस साल के लगभग 40 प्रतिशत) मामले दर्ज हुए थे।
पिछले साल गिरावट के बाद इस बार उछाल देखा गया है।
दिल्ली
डेंगू के कारण हुई एक मौत
इस साल दिल्ली में डेंगू के कारण एक मौत भी हुई है। पिछले महीने सरिता विहार की रहने वाली 35 वर्षीय महिला को गंभीर स्थिति में अस्पताल लाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई।
विशेषज्ञ समिति ने महिला की मौत डेंगू से होने की पुष्टि की थी।
पिछले साल भी डेंगू से एक मौत हुई थी। वहीं 2019 में दो और 2018 में चार लोगों को डेंगू के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
जानकारी
2015 में टूटा था डेंगू का कहर
2015 में दिल्ली में डेंगू का कहर टूटा था। उस साल यहां डेंगू के कारण 60 मौतें हुई थी और यह एक साल में डेंगू के मरने वालों की सबसे बड़ी संख्या थी। उसके बाद से मौतों की संख्या कम हुई है।
डेंगू का प्रकोप
बीते महीने कई राज्यों में फैला था डेंगू
बीते महीने आंध्र प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, केरल, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तेलंगाना और तमिलनाडु में डेंगू वायरस का सीरोटाइप - II स्ट्रेन फैल रहा था।
यह डेंगू के दूसरे प्रकारों से अधिक फैलता है और रोगी को गंभीर बीमार कर देता है।
उत्तर प्रदेश में इसके कारण कई लोगों की मौतें हुई थीं।
केंद्र सरकार ने इसे बड़ी चुनौती बताते हुए राज्यों से तुरंत ऐहतियाती कदम उठाने को कहा था।
बचाव
डेंगू से बचाव के तरीके
डेंगू से बचने के लिए किए जा सकते हैं ये उपाय:
1) लंबी आस्तीन वाली शर्ट और लंबी पैंट पहनें।
2) खाली बर्तनों और बाल्टियों को उल्टा करें ताकि उनमें पानी न रुक सके।
3) शरीर के खुले अंगों पर मच्छर से बचाने वाली क्रीम और लोशन लगाएं।
4) घर के आसपास कहीं भी पानी इकट्ठा न होने दें।
5) सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
6) अपने डस्टबिन को नियमित साफ करें और ढककर रखें।