इस शर्त पर फिंगर चार को खाली करने को तैयार चीन, भारत ने खारिज किया प्रस्ताव
चीन ने पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर स्थित फिंगर्स एरिया में फिंगर चार से अपने सैनिक पीछे हटाने के लिए भारत के सामने एक शर्त रखी है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने कहा है कि अगर भारतीय सेना आगे से केवल फिंगर तीन तक गश्त करने को राजी होती है तो उसके सैनिक फिंगर चार को खाली कर देंगे। फिंगर चार पर अपना दावा करने वाले भारत ने उसके इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।
फिंगर्स एरिया में किसका क्या दावा?
हाथ की उंगलियों की तरह बनावट के कारण फिंगर्स एरिया कहे जाने वाले पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर भारत फिंगर आठ तक अपना दावा करता रहा है और मई में मौजूदा तनाव की शुरूआत से पहले भारतीय सैनिक फिंगर आठ तक गश्त भी करते थे। हालांकि मई में घुसपैठ करते हुए चीन ने फिंगर आठ से फिंगर चार तक के इलाके पर कब्जा कर लिया था। चीन फिंगर चार तक के इलाके पर अपना दावा करता है।
अभी क्या स्थिति है?
अभी भारत और चीन दोनों के ही सैनिक चंद सौ मीटर की दूरी पर फिंगर चार पर 5,800 मीटर की ऊंचाई पर एक-दूसरे के आमने-सामने बैठे हुए हैं। चीन के सैनिक तो मई से ही फिंगर चार पर बैठे हुए हैं और यहां अपना अड्डा जमा लिया है, वहीं भारतीय सैनिकों ने अगस्त के अंतिम और सितंबर के पहले हफ्ते में कार्रवाई करते हुए फिंगर चार की कुछ चोटियों पर कब्जा जमा लिया था और तभी से वहां तैनात हैं।
क्या है चीन का नया प्रस्ताव?
वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर मौजूदा विवाद को सुलझाने को हुई बैठकों में चीन कई बार फिंगर चार से अपने सैनिक पीछे हटाने का वादा कर चुका है, लेकिन हर बार उसने वादाखिलाफी की है और अब उसने भारत के सामने नया प्रस्ताव रखा है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने प्रस्ताव रखा है कि आगे भारत केवल फिंगर तीन तक गश्त करेगा, वहीं चीनी सेना फिंगर पांच तक गश्त करेगी और फिंगर चार पर कोई नहीं जाएगा।
भारत ने खारिज किया प्रस्ताव
भारत ने चीन के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है क्योंकि उसका मानना है कि ऐसा करने पर फिंगर चार भी एक तरह से चीन के कब्जे वाली अक्साई चिन इलाके का हिस्सा बन जाएगा और वह उस पर अपना दावा खो बैठेगा। भारत ने पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर स्थित चोटियों से अपने सैनिक हटाने की चीन की मांग को भी खारिज कर दिया है। 29-30 अगस्त की रात भारत ने इन चोटियों पर कब्जा किया था।
भारत ने कहा- पहले चीन पीछे हटाए अपने सैनिक
रिपोर्ट के अनुसार, भारत का कहना है कि चीन ने पहले फिंगर चार, फिर गलवान घाटी और फिर गोगरा-हॉट स्प्रिंग इलाके में तनाव की शुरूआत की और इसी के बाद भारतीय सेना ने जबावी कार्रवाई करते हुए दक्षिणी किनारे की चोटियों पर कब्जा किया। भारत की मांग है कि सैनिकों को पीछे भी इसी क्रम में हटाया जाए और पहले चीन अपने सैनिक पीछे करे। दोनों देशों के भी आठवीं सैन्य बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद हो सकती है।
चार जगहों पर आमने-सामने हैं भारत और चीन के सैनिक
बता दें कि भारत और चीन के बीच अप्रैल से LAC पर तनाव बना हुआ है और अभी चार जगहों पर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हैं। इनमें देपसांग, गोगरा, पैंगोंग झील का फिंगर्स एरिया और चुशूल सब-सेक्टर शामिल हैं। पहले तीन इलाकों में चीन ने LAC पार करके भारतीय इलाके पर कब्जा कर रखा है। अभी दोनों देशों के लगभग 60,000-60,000 सैनिक LAC पर तैनात हैं और कुछ जगह उनके बीच मात्र कुछ सौ मीटर का फासला है।