पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए पंजाब भेजे गए हथियार, अमरिंदर सिंह ने केंद्र से मांगी मदद
क्या है खबर?
पाकिस्तान स्थित खालिस्तानी आतंकी संगठन ने एक सप्ताह के भीतर ड्रोन का इस्तेमाल करते हुए पंजाब में हथियारों का जखीरा भेजा है।
पंजाब पुलिस ने बताया कि 9 से 16 सितंबर के बीच कम से कम आठ बार ड्रोन के जरिये पाकिस्तान से हथियार और गोला-बारूद पंजाब में भेजा गया है।
राज्य में खलिस्तानी आतंकी मॉड्यूल का खुलासा होने के बाद यह मामला सामने आया है। राज्य के मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृहमंत्री से इस मामले में मदद मांगी है।
जानकारी
जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए भेजे गए हथियार
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हथियारों का जखीरा खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) का इस्तेमाल कर पंजाब में भेजा गया है। इसका मकसद जम्मू और कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देना है। इसके पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का हाथ बताया जा रहा है।
जखीरा
22 सितंबर को तरनतारण में मिला था जखीरा
पंजाब पुलिस को 22 सितंबर को तरनतारण जिले में पांच AK-47 राइफल और सैटेलाइट समेत कई हथियार मिले थे।
इन्हें पाकिस्तान से ड्रोन की मदद से पंजाब में भेजा गया था। इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि उनके हैंडलर्स ने ये हथियार जम्मू-कश्मीर पहुंचाने को कहा था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी इस मामले की जांच से जुड़ चुकी है और इसकी तह तक पहुंचने की कोशिश में लगी है।
गिरफ्तारी
अभी तक पांच लोग गिरफ्तार
पंजाब पुलिस ने अभी तक इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
मंगलवार को पांचवे आरोपी अमृतसर के 22 वर्षीय युवक शुभदीप की गिरफ्तारी हुई।
मामले के मुख्य आरोपी मानसिंह और आकाशदीप ने जेल में शुभदीप को इस काम के लिए तैयार किया था।
इस आतंकी मॉड्यूल से संबंध रखने वाले बाकी चार आरोपियों को रविवार को तरनतारण से गिरफ्तार किया गया था।
पंजाब के DGP ने कहा कि इस काम के पीछे पाकिस्तानी सेना का हाथ है।
जांच
जांच में जुटी ये एजेंसियां
पंजाब पुलिस और NIA के साथ-साथ BSF और भारतीय वायुसेना भी इस मामले की जांच में जुट चुकी है।
जांच में पता चला है कि इस काम के लिए चीन में बने कमर्शियल ड्रोन्स का इस्तेमाल किया गया है।
ये 10 किलोग्राम तक का पेलोड ले जा सकते हैं। इन्हें पाकिस्तानी सीमा की दो किलोमीटर भीतर से लॉन्च किया जाता था और ये 2,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ते हुए भारतीय सीमा के तीन किलोमीटर अंदर आकर हथियार गिराते थे।
बरामदगी
पुलिस ने बरामद किया हथियारों का जखीरा
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि जर्मनी में रहने वाला गुरमीत सिंह बग्गा पाकिस्तान के रंजीत सिंह उर्फ नीटा के साथ मिलकर ड्रोन्स के जरिए हथियार, ग्रेनेड और नकली नोट भारत में भेजता है। ये ड्रोन्स रात को 09:30-10:30 के बीच सीमा पार करते थे।
पुलिस ने आरोपियों के पास से पांच AK-47 राइफल्स, चार चीनी पिस्तौल, नौ हैंड ग्रेनेड, 10 लाख की कीमत वाले नकली नोट, 1,000 राउंड गोलियां और दो रिसीवर बरामद किए हैं।
मामला
मामला सामने कैसे आया?
सीमापार से हथियारों की आपूर्ति करने वाला एक ड्रोन तरनतारण जिले के राजोक गांव में क्रैश हो गया था। यह जगह पाकिस्तान के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा से दो किलोमीटर भीतर है।
पुलिस जब मौके पर पहुंची तो इसकी बैटरियां गायब थी। पुलिस ने जब इसकी जांच की तो पता चला कि आरोपियों ने पाकिस्तान में बैठे अपने हैंडलर्स के इशारे पर बैटरियां निकाल ली थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी
अमरिंदर सिंह ने केंद्र से मांगी मदद
यह मामला सामने आने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस समस्या से निपटने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद पाकिस्तान निचले स्तर पर उतर आया है।