केरल में कोरोना वायरस का तीसरा मामला, वुहान से लौटे छात्र के टेस्ट निकले पॉजीटिव
सोमवार को केरल में कोरोना वायरस का तीसरा मामला सामने आया है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि यह इस वायरस का तीसरा मामला है। कासरगोड के एक छात्र के टेस्ट की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। वह चीन के वुहान से वापस लौटा था। वुहान कोरोना वायरस का मूल केंद्र है। चीन में रविवार तक इस वायरस से 361 लोगों की मौत हो चुकी थी और 17,000 से ज्यादा लोग इससे पीड़ित हैं।
मरीज का हालत स्थित- शैलजा
शैलजा ने कहा, "मरीज का कंजनगढ़ जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।" भारत में अभी तक कोरोना वायरस के तीन मामले सामने आए हैं और ये तीनों मरीज केरल के रहने वाले हैं। यहां सरकार ने अलग-अलग अस्पतालों और दूसरी जगहों पर लगभग 2,000 लोगों को निगरानी में रखा है। यहां पहला मामला गुरुवार और दूसरा मामला रविवार को सामने आया था।
संक्रमण को रोकने के लिए बरती जा रही विशेष सावधानी
शैलजा ने कहा कि तीनों मरीजों का विशेष वार्ड में इलाज चल रहा है। उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। रविवार तक 2,104 लोगों की जांच की गई थी, जिनमें से तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। उन्होंने बताया, "लगभग 2,000 लोग चीन से वापस लौटे हैं। इनमें से 1924 लोगों को घरों में और 75 लोगों को अस्पतालों में निगरानी में रखा गया है।" इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए विशेष सावधानी बरती जा रही है।
भारत लौटे 700 नागरिक
कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रहे चीन में फंसे लगभग 700 नागरिक भारत लौट आए हैं। इनके लिए भारत से दो विशेष विमान वुहान भेजे थे। पहला विमान शनिवार और दूसरा विमान रविवार को दिल्ली लौटा। चीन से लौटे इन लोगों को हरियाणा के मानेसर में सेना द्वारा तैयार किए गए विशेष स्थान और छावला में भारत-तिब्बत बॉर्डर पुलिस के कैंप में रखा जा रहा है। रविवार को भारतीय नागरिकों के साथ मालदीव के सात नागरिक भी भारत आए हैं।
चीन से भारत आने वालों को नहीं मिलेगा ऑनलाइन वीजा
कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए भारत सरकार ने चीन से भारत आने के लिए ऑनलाइन वीजा की सुविधा को अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया। यह फैसला चीन में रहने वाले चीनी और अन्य सभी देशों के नागरिकों पर लागू होगा। जिन लोगों को पहले से ही ई-वीजा दिया जा चुका है, उनके भी वीजा अब मान्य नहीं होंगे। भारत के अलावा कनाडा, रूस, कजाकिस्तान और यूरोप के कई देशों ने भी ऐसा फैसला लिया है।
चीन से बाहर मौत का पहला मामला भी आया सामने
शनिवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के कारण चीन के बाहर पहली मौत का मामला भी सामने आया। फिलीपींस में वायरस के कारण एक चीनी व्यक्ति की मौत हो गई। 44 वर्षीय यह व्यक्ति वुहान का रहने वाला था और फिलीपींस आया हुआ था। बता दें कि ये खतरनाक वायरस एक दर्जन से अधिक देशों में फैल चुका है। इन देशों में अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश भी शामिल हैं।
क्या है कोरोना वायरस?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, कोरोना वायरस एक वायरस फैमिली है। इससे प्रभावित व्यक्ति को जुकाम से लेकर सांस लेने में परेशानी और किडनी फेल होने से लेकर मौत तक हो सकती है। यह पशुओं से पशुओं और इंसानों में फैलता है। पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने पर दूसरा व्यक्ति भी इससे प्रभावित होता है। अभी तक इसका इलाज नहीं ढूंढा जा सका है। केवल लक्षणों के आधार पर पीड़ित व्यक्ति का इलाज किया जा सकता है।
कोरोना वायरस से पीड़ित होने के लक्षण और बचाव क्या है?
इस वायरस से पीड़ित होने पर व्यक्ति को सबसे पहले बुखार होता है। उसके बाद खांसी और सांस लेने में परेशानी होने लगती है। यह छूने, हाथ मिलाने, खांसने और छींकने से हवा में फैलता है और दूसरे व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेता है। इससे बचने के लिए अपने हाथों को साफ रखें, बीमार व्यक्ति के पास जाने से बचें, खांसते या छींकते समय मुंह को ढ़क लें और बीमार होने पर घर से बाहर निकलने से बचें।