'आजादी' के नारे लगाने वालों को गुजरात के उप-मुख्यमंत्री की नसीहत, कहा- छोड़ सकते हैं देश
क्या है खबर?
संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ भाजपा नेताओं की बयानबाजी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है।
पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष और केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान के बाद अब गुजराज के उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने विवादित बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि CAA का विरोध करते हुए 'आजादी' की मांग करने वाले लोग देश छोड़कर जाने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र हैं।
अपील
प्रधानमंत्री से की देश की सीमा खोलने की अपील
अहमदाबाद में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत एक आजाद देश है और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। इसके बाद भी यहां की व्यवस्थाओं को अपनाने में जिसे परेशानी है वह देश छोड़कर जा सकता है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि देश की सीमाएं खोल दें, ताकि आजादी की मांग करने वाले लोग अपने इच्छा अनुसार कहीं भी जा सकें।
परवरिश
CAA का विरोध करने वालों की परवरिश पर उठाया सवाल
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में IIM अहमदाबाद है, जहां सिर्फ 15 छात्रों ने CAA का विरोध जताया था। उन्हें नहीं पता कि विरोध करने वाले छात्र किन राज्यों से यहां पढ़ने आए हैं। वह केवल छात्र हैं और उन्हें उनसे कोई परेशानी नहीं है, लेकिन उन्हें उनके परिजनों से शिकायत है कि उन्होंने अपने बच्चों की परवरिश सही ढंग से नहीं की।
उन्होंने जोर देकर कहा कि CAA देश के किसी भी व्यक्ति की नागरिकता नहीं छीनेगा।
सुनियोजित
पुलिस पर किए गए पथराव को बताया सुनियोजित
उन्होंने आरोप लगाया कि अहमदाबाद में CAA को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन में सुनियोजित तरीके से पुलिस पर हमला किया गया। पत्थरों से भरा ट्रक लाकर छतों से पुलिस पर हमला करना उनकी पूर्व तैयारी की ओर इशारा करता है।
उन्होंने दिल्ली के शाहीन बाग में CAA के विरोध में चल रहे धरने पर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि इस धरने में एक ही समुदाय के लोग शामिल हैं और आगे उन्हें कुछ कहने की जरूरत नहीं है।
जानकारी
प्रदर्शनों में 15 पुलिसकर्मी हुए थे घायल
गौरतलब है कि गत 19 दिसंबर को CAA और NRC के विरोध में विरोधियों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी। इसमें पुलिस पर पत्थरों से किए गए हमले में 15 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। मामले में पुलिस ने 45 लोगों को गिरफ्तार किया था।
बयान
CAA के विरोधियों के खिलाफ लगातार हो रही बयानबाजी
भाजपा नेताओं की ओर से CAA विरोधियों के खिलाफ लगातार बयानबाजी हो रही है। बुधवार को केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने JNU और जामिया में हो रहे विरोध को रोकने के लिए दोनों विश्वविद्यालयों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के युवाओं को दस प्रतिशत आरक्षण की मांग की थी।
गत रविवार को भाजपा सांसद सौमित्र खान ने विरोधियों को ममता बनर्जी का कुत्ता करार दिया था। वहीं, पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने विरोधियों को शैतान और कीड़ा बताया था।
पृष्ठभूमि
CAA को लेकर देशभर में बढ़ रहा है विरोध
CAA में सरकार बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से उत्पीड़न के कारण भारत आए गैर-मुस्लिमों को यहां की नागरिकता देने का दावा कर रही है।
देश में पहली बार किसी कानून में धर्म के आधार पर नागरिकता देने का मापदंड बनाया गया है। इससे देश के मुस्लिमों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं।
ऐसे में इस कानून का देशभर में विरोध हो रहा है, लेकिन इसके बाद भी सरकार इसकी पक्षधर है।