भारत में अगले साल 9.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी सैलरी, एशिया में सर्वाधिक- रिपोर्ट
क्या है खबर?
भारत में अगले साल कर्मचारियों की सैलरी में औसतन 9.2 प्रतिशत इजाफा हो सकता है। यह बढ़ोतरी एशिया में सर्वाधिक होगी, लेकिन ऊंची महंगाई दर इसका मजा बिगाड़ सकती है।
इस वजह से कर्मचारियों को असली फायदा लगभग पांच फीसदी के इजाफे का ही मिल पाएगा। हालांकि, अगले साल होने वाले वृद्धि पिछले साल के 10 प्रतिशत से कम है।
सोमवार को सामने आई कोर्न फेरी ग्लोबल सैलरी फोरकास्ट में यह जानकारी सामने आई है।
बयान
सैलरी में इजाफे के मामले में भारत सबसे आगे
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत सैलरी में इजाफे के मामले में एशिया में लीडर बनकर उभरा है।
कोर्न फेरी इंडिया के चेयरमैन नवनीत सिंह ने कहा, "दुनियाभर में नियमित वेतन में गिरावट के बावजूद भारत में मजबूत विकास दर बनी हुई है। मौजूदा आर्थिक परिदृश्य और सरकार द्वारा उठाए गए प्रभावी कदमों के कारण देश में तमाम सेक्टरों में आशा के माहौल बना हुआ है।"
भारत की सैलरी में वृद्धि दर एशिया में सर्वाधिक होगी।
अनुमान
दुनिया में 4.9 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी सैलरी- रिपोर्ट
अनुमान के मुताबिक, दुनियाभर में कर्मचारियों की सैलरी में औसतन 4.9 प्रतिशत का इजाफा होगा। हालांकि, 2.8 प्रतिशत महंगाई दर के कारण कर्मचारियों को असल फायदा 2.1 प्रतिशत ही मिल पाएगा।
दुनियाभर में सबसे ज्यादा सैलरी में इजाफे का अनुमान पश्चिम एशिया में है। इस क्षेत्र में अगले साल औसतन 5.3 प्रतिशत की दर से सैलरी बढ़ेगी, लेकिन 2.2 प्रतिशत महंगाई दर के कारण असल फायदा 3.1 प्रतिशत रहेगा।
डाटा
भारत में कर्मचारियों को कितना फायदा?
भारत में कर्मचारियों की सैलरी 9.2 प्रतिशत की दर से बढेगी, लेकिन 4.1 प्रतिशत की महंगाई दर के कारण कर्मचारियों को असल फायदा 5.1 प्रतिशत ही होगा। यानी मंहगाई दर को घटाकर कर्मचारियों को सैलरी से 5.1 प्रतिशत का फायदा होगा।
अनुमान
ये रहेगा बाकी एशियाई देशों का हाल
भारत के अलावा बाकी एशियाई देशों की बात करें तो इंडोनेशिया में 8.1 प्रतिशत, मलेशिया, चीन और कोरिया में क्रमश: 5, 6 और 4.1 प्रतिशत की दर से सैलरी में इजाफा होगा।
वहीं जापान और ताइवान के कर्मचारियों की सैलरी में क्रमश: 2 और 3.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी, जो एशिया में सबसे कम है।
कंपनी की यह रिपोर्ट 130 देशों में स्थित 25,000 कंपनियों के लगभग दो करोड़ कर्मचारियों के डाटा पर आधारित है।