छह लाख दीयों की रोशनी से सरोबार हुई अयोध्या नगरी, गिनीज बुक में दर्ज हुआ रिकॉर्ड
भगवान राम की नगरी अयोध्या में इस साल तीन दिवसीय भव्य दीपोत्सव समारोह आयोजित किया जा रहा है। रामजन्मभूमि पर राममंदिर निर्माण की आधारशिला रखे जाने के बाद यह पहली दिवाली है। दीपोत्सव की शुरुआत पर शुक्रवार शाम को सरयू नदी के तट पर दीपक जलाने से हुई। इस दौरान कुल 6,06,569 दीये जलाकर योगी सरकार ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करा लिया। पूरी अयोध्या नगरी दीयों की रोशनी से सरोबार नजर आई।
अयोध्या में आयोजित किए गए कई सांस्कृतिक कार्यक्रम
तीन दिवसीय दीपोत्सव समारोह के पहले दिन भगवान राम और माता सीता के लेजर और साउंड शो की बीच पुष्पक विमान से अयोध्या नगरी में आगमन सहित अन्य कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। समारोह की शुरुआत दोपहर में भगवान राम का भव्य राज्याभिषेक जुलूस के साथ की गई। साकेत कॉलेज से शुरु हुआ जुलूस करीब पांच किलोमीटर तक निकाला गया। इसमें मास्क, सोशल डिस्टैंसिंग सहित सुरक्षा व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा गया।
जुलूस में रामायण थीम पर सजाई गई 11 झांकियां
भगवान राम के राज्याभिषेक जुलूस में रामायण थीम पर कुल 11 झांकियां सजाई गई। इसमें गुरुकुल शिक्षा, राम-सीता विवाह, केवट प्रसंग, राम दरबार, शबरी-राम मिलाप और लंका दहन की झांकियां प्रमुख थी। इस दौरान रामजन्मभूमि में बनने वाले राम मंदिर की जगह पर शाम को कुल 11,000 मिट्टी के दीपक जलाए गए। सूर्यास्त के बाद सरयू नदी के तट पर लाखों दीयों की रोशनी में एक भव्य आरती का भी आयोजन किया गया।
यहां देखें भव्य आरती का वीडियो
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने की समारोह में शिरकत
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी धार्मिक नगरी अयोध्या में आयोजित हुए भव्य समारोह के गवाह बने। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नया रिकॉर्ड कायम करने के लिए राम भक्तों तथा सभी अयोध्यावासियों को बधाई दी और कहा कि अगले साल यह रिकॉर्ड भी पीछे छूट जाएगा। अगले साल 7.51 लाख दीये जलाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे यह भी जाहिर होता है कि किस प्रकार प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाई जा सकती है।
मुख्यमंत्री ने किया भगवान राम का राज्याभिषेक
भगवान राम के राज्याभिषेक जुलूस के रामकथा पार्क में पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने भगवान राम की पूजा-अर्चना की ओर विधी-विधान के साथ उनका राज्याभिषेक किया। इस दौरान पूरी नगर भगवान राम के जयकारों से गूंज उठी थी।
मंदिर निर्माण के लिए करना पड़ा पांच सदियों का इंतजार- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, "हमारी पीढ़ी न केवल यहां राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत को देखने के लिए भाग्यशाली है, बल्कि हम ऐतिहासिक कार्यक्रम में भी शामिल भी हुए हैं। पांच सदियों के संघर्ष में कई संतों ने निर्माण की शुरुआत को देखने का सपना देखा था। मैं इस सपने को साकार बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यावाद देता हूं।" उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी का सपना अयोध्या को वैदिक रामायण सिटी के रूप में विकसित करना है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोरोना वायरस से मजबूती से लड़ रहा है देश- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा 2020 का यह उत्सव कोरोना वायरस से जारी जंग के बीच आया है। दुनिया के साथ भारत भी कोरोना से लड़ाई लड़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरा देश कोरोना वायरस का मजबूती से डटकर मुकाबला कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने समारोह में की गई बड़ी घोषणाएं
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने समारोह में अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने की घोषणा की। इसके अलावा आधुनिक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, 3.47 करोड़ की लागत से अंतर्राष्ट्रीय रामलीला केंद्र, 19.02 करोड़ में भजन स्थल, 21.92 करोड़ में रानी हेओ मेमोरियल पार्क, 7.59 करोड़ में राम कथा गैलरी, 2.75 करोड़ में राम कथा पार्क का विस्तार और 12.65 करोड़ में राम की पौड़ी का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इसी तरह 7.40 करोड़ में आधुनिक बस स्टैंड और 16.44 करोड़ में पार्किंग बनाई जाएगी।