हाथरस मामला: मुख्य आरोपी ने पीड़िता को बताया दोस्त, लिखा- लड़की को उसके घरवालों ने मारा
क्या है खबर?
हाथरस कांड में मुख्य आरोपी ने पुलिस को पत्र लिखा है। इसमें उसने दावा किया है कि उसे और तीन आरोपियों को मामले में फंसाया जा रहा है। उसने सभी आरोपियों के लिए न्याय की मांग की है।
साथ ही उसने दलित युवती की मां और भाई पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पीड़िता को मारा है।
यह पत्र ऐसे मौके पर सामने आया है, जब पुलिस का दावा है कि पीड़िता का परिवार एक आरोपी को जानता है।
पत्र
आरोपी ने पीड़िता को बताया 'दोस्त'
जेल में तीन अन्य के साथ बंद मामले के मुख्य आरोपी संदीप ठाकुर ने हाथरस पुलिस को यह पत्र लिखा है।
हाथ से लिखे इस पत्र में आरोपी ने दावा किया है वो और पीड़िता 'दोस्त' थे। मुलाकात के अलावा उनके बीच कभी-कभी फोन पर भी बात होती थी।
बुधवार को लिखे इस पत्र पर चारों आरोपियों के अंगूठे के निशान लगाए गए हैं।
संदीप ने लिखा है कि पीड़िता का परिवार उनकी दोस्ती को पसंद नहीं करता था।
पत्र
पीड़िता के मां और भाइयों ने उसे मारा- आरोपी
आरोपी ने लिखा, 'घटना के दिन मैं खेतों में उससे मिलने गया था, जहां उसके भाई और मां भी मौजूद थे। उसके कहने पर मैं वापस घर लौट आया और भैंसों को पानी पिलाने लगा। मुझे कुछ देर बाद पता चला कि मेरी, पीड़िता से दोस्ती थी इसलिए उसके भाई और मां ने उसे मारा-पीटा है। पिटाई के कारण उसे गंभीर चोटें आईं, बाद में वह मर गई। मैंने कभी पीड़िता को मारा नहीं और न कोई गलत काम किया।'
जानकारी
मामले में झूठा फंसाया गया- आरोपी
संदीप ने अपने पत्र में आगे लिखा, "उसकी (पीड़िता) की मां और भाइयों ने मुझे और तीन अन्य को जेल भेजने के लिए झूठा फंसाया है। हम सभी निर्दोष हैं। आपसे जांच कर हमें न्याय दिलाने का अनुरोध है।"
पुष्टि
जेल अधिकारी ने की पत्र लिखने की पुष्टि
इस मामले में गिरफ्तार चारों आरोपी फिलहाल अलीगढ़ जेल में बंद हैं। जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है कि आरोपियों ने हाथरस पुलिस को पत्र लिखा है।
अलीगढ़ जेल के सीनियर सुपरिटेंडेंट आलोक सिंह ने कहा, "उन्होंने कल हाथरस के SP को पत्र भेजा है। कानून के मुताबिक हमने वो पत्र SP को भेज दिया है। उन्होंने अपना पक्ष आगे रखा है। अब जांच एजेंसियां आगे की कार्रवाई करेगी।"
प्रतिक्रिया
पीड़िता के पिता ने नकारे पत्र में लगाए गए सारे आरोप
वहीं पीड़िता के पिता ने आरोपियों की तरफ से लगाए गए आरोपों का खंडन किया है।
NDTV से बात करते हुए पीड़िता के पिता ने कहा, "मैंने अपनी बेटी खोई है। अब वो हमें बदनाम कर रहे हैं। हम डरे नहीं हैं। ये आरोप पूरी तरह से झूठ है। हमें किसी पैसे या मुआवजे की जरूरत नहीं है। हमें इंसाफ चाहिए।"
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस पत्र के सामने आने के बाद प्रतिक्रिया दी है।
जानकारी
पीड़िता को न्याय की जरूरत- प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि पीड़िता का चरित्र हनन करना और उसके खिलाफ हुए अपराध के लिए उसे ही दोषी ठहराना सरासर गलत है। उसे बदनानी नहीं न्याय की जरूरत है।
मामला
पीड़िता ने बयान में कही थी रेप होने की बात
14 सितंबर को हाथरस में चार लोगों ने कथित तौर पर 19 वर्षीय दलित लड़की के साथ गैंगरेप किया था।
मारपीट में पीड़िता की रीढ़ की हड्डी टूट गई थी। लगभग दो सप्ताह बाद इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई। पुलिस ने आधी रात को परिवार की मर्जी के बिना उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
पीड़िता ने बयान में अपने साथ रेप होने की बात कही थी, लेकिन पुलिस का कहना है कि उसके साथ रेप नहीं हुआ।