इस धनतेरस चाँदी ख़रीदने से पहले ऐसे करें उसकी शुद्धता की पहचान
धनतेरस पर कई लोग सोने-चाँदी के सिक्के, गहने और सामान ख़रीदते हैं। लेकिन इस त्यौहारी सीज़न से पहले ही सोने की क़ीमतों में काफ़ी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, इस वजह से सोना ख़रीदने से कई लोगों का बजट बिगड़ सकता है। वहीं, चाँदी की कीमत इस सीज़न में ठीक है। इस वजह से लोग चाँदी की ख़रीदारी पर ज़्यादा ज़ोर दे सकते हैं। ऐसे में चाँदी ख़रीदने से पहले उसकी शुद्धता की पहचान ज़रूरी है।
क्यों की जाती है चाँदी में मिलावट?
अक्सर दुकानदार ज़्यादा मुनाफ़ा कमाने के चक्कर में मिलावटी चाँदी बेच देते हैं और लोग इसपर ध्यान भी नहीं देते हैं। बता दें कि मिलावटी चाँदी जल्द ही काली होने लगती है। ऐसे में आइए जानें कैसे करें चाँदी की शुद्धता की पहचान।
ऐसे करें चाँदी की शुद्धता की पहचान
शुद्धता जानने के लिए चाँदी का सामान ख़रीदते समय उस पर हॉलमार्क का निशान देखना न भूलें। इसके अलावा चाँदी का सामान पहचानने के लिए सामान पर बने अन्य संकेत भी देखें। इसमें सबसे पहले BIS का लोगों ज़रूर देखें। चाँदी ख़रीदने से पहले सुनार/दुकानदार का इंडिटिफ़िकेशन नंबर या निशान की जाँच कर लें। साथ ही चाँदी ख़रीदते समय शुद्धता का ग्रेड/फ़ाइनेंस ज़रूर देखें।
चाँदी ख़रीदने से पहले बायबैक पॉलिसी के बारे में पता करें
वहीं, चाँदी की शुद्धता की पहचान करने के लिए सुनार से चाँदी के गहने ख़रीदते समय बायबैक पॉलिसी के बारे में पता कर लें। सुनार कई बार महँगी कीमत पर सामान बेच देते हैं, लेकिन जब हम उसे बाज़ार में बेचने जाते हैं, तो काफ़ी ज़्यादा बट्टा काटने के बाद सामान लेते हैं। इससे ग्राहकों को काफ़ी नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए, चाँदी ख़रीदने से पहले ही इसके बारे में सुनार से आराम से सब कुछ पता कर लें।
इन बातों का भी रखें ध्यान
चाँदी के गहने ख़रीदते समय उसका बाज़ार भाव और मेकिंग चार्ज के बारे में पता कर लें। ज़्यादातर चाँदी के गहनों पर प्रति ग्राम तीन रुपये की दर से मेकिंग चार्ज लगाए जाते हैं। कई लोग जड़ाऊ पत्थर वाले चाँदी के गहने ख़रीदते हैं ऐसे में कुछ सुनार चाँदी के साथ ही पत्थर को भी उसी भाव में जोड़ देते हैं। इससे आपको ज़्यादा पैसे ख़र्च करने पड़ते हैं और आपको घाटा भी होता है।