मुंबई ड्रग्स मामला: NCB ने भाजपा नेता के रिश्तेदार समेत तीन लोगों को छोड़ा- नवाब मलिक
क्या है खबर?
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मलिक ने दावा किया कि क्रूज शिप पर छापेमारी में 11 लोगों को हिरासत में लिया गया था, जिनमें से तीन को बिना पूछताछ के छोड़ दिया। इन लोगों में ऋषभ सचदेवा भी शामिल थे, जो भाजपा नेता मोहित कंबोज के रिश्तेदार हैं। कंबोज भारतीय युवा मोर्चा मुंबई के पूर्व अध्यक्ष हैं।
आरोप
भाजपा नेताओं के फोन के बाद छोड़ा गया सचदेवा- मलिक
नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि दिल्ली और महाराष्ट्र से भाजपा नेताओं के फोन आने के बाद सचदेवा को छोड़ दिया गया था। सचदेवा के अलावा प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला को भी छापेमारी के कुछ घंटे बाद छोड़ दिया गया था।
आपको बता दें कि इसी छापेमारी में शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान समेत आठ लोगों की गिरफ्तारी हुई है। मलिक पहले भी NCB की इस छापेमारी पर सवाल उठा चुके हैं।
जानकारी
दावों के समर्थन में मलिक ने पेश किए वीडियो
मलिक ने कहा, "NCB निदेशक समीर वानखेड़े ने छापेमारी के दौरान 8-10 लोगों को हिरासत में लेने की बात कही थी। कुल मिलाकर छापेमारी में 11 लोगों को हिरासत में लिया गया था। मुंबई पुलिस के पास भी सुबह तक यही जानकारी थी, लेकिन फिर आठ लोगों को हिरासत में लेने की बात आई और तीन लोगों को छोड़ दिया गया।"
उन्होंने अपने दावों के समर्थन में तीन लोगों को हिरासत में लेने और छोड़ने के वीडियो भी दिखाए।
बयान
तीनों लोगों के बुलाने पर गए थे आर्यन खान- मलिक
NCP नेता ने दावा किया, "सचदेवा को दो घंटे बाद छोड़ दिया गया था और उसके पापा और चाचा उसके साथ थे। तीनों लोगों को एक साथ छोड़ा गया था। गाबा और फर्नीचरवाला का नाम अदालत में सुनवाई के दौरान सामने आया है। आर्यन इनके बुलाने पर ही वहां गए थे।"
उन्होंने सवाल उठाया कि NCB ने किसके आदेशों पर इन तीन लोगों को बिना पूछताछ के रिहा किया था।
सवाल
"तीनों लोगों को किस आधार पर छोड़ा गया?"
मलिक ने कहा, "NCB को इस बात का जवाब देना चाहिए कि अगर 1,300 लोगों में से 11 को हिरासत में लिया गया था तो तीन को छोड़ा क्यों गया? समीर वानखेड़े को यह साफ करना चाहिए। इन तीन लोगों को NCB दफ्तर लाने का क्या मकसद था और कौन सी पूछताछ पूरी हो गई थी कि उन्हें छोड़ भी दिया गया?"
उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले की पूरी जांच व्हाट्सऐप चैट के आधार पर चल रही है।
मांग
मलिक ने की स्वतंत्र जांच की मांग
नवाब मलिक ने मांग की मुबंई पुलिस को इन लोगों के कॉल रिकॉर्ड की जांच करनी चाहिए। समीर वानखेड़े की कॉल रिकॉर्ड निकालनी चाहिए। इससे पूरा सच सामने आ जाएगा।
62 वर्षीय नेता ने आगे कहा, "मुंबई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल को इसकी स्वतंत्र जांच करनी चाहिए। मैं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भी लिखूंगा। जरूरत पड़ने पर छापेमारी की जांच के लिए एक जांच आयोग का गठन किया जाना चाहिए।"