ब्लैक फंगस: केवल तीन राज्यों में 60 प्रतिशत मामले, गुजरात में सबसे ज्यादा
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी के बीच अब ब्लैक फंगस के बढ़ते मामले नई चुनौती पैदा कर रहे हैं।
केंद्र सरकार ने बताया है कि देश में ब्लैक फंगस के लगभग 9,000 मामले सामने आ चुके हैं।
इनमें से 60 प्रतिशत मामले गुजरात, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से सामने आए हैं।
मरीजों की संख्या में इजाफे को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों को इस बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने वाली एक अहम दवा की 23,000 शीशियां भेजी हैं।
जानकारी
क्या होता है ब्लैक फंगस?
म्यूकरमायकोसिस या ब्लैक फंगस एक बेहद दुर्लभ संक्रमण है। यह म्यूकर फंगस के कारण होता है जो मिट्टी, पौधों, खाद, सड़े हुए फल और सब्ज़ियों में पनपता है।
यह आम तौर पर उन लोगों को प्रभावित करते हैं जो लंबे समय दवा ले रहे हैं और जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है।
AIIMS के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि कोरोना वायरस के मरीजों खासकर मधुमेह रोगियों में स्टेरॉयड का अधिक उपयोग इस संक्रमण का प्रमुख कारण है।
ब्लैक फंगस
किस राज्य में कितने मामले?
केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने अलग-अलग राज्यों में ब्लैक फंगस के मामलों की सूची ट्वीट की है।
2,281 मामलों के साथ गुजरात इस सूची में सबसे आगे है।
इसके बाद महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस के 2,000, आंध्र प्रदेश में 910, मध्य प्रदेश में 720, राजस्थान में 700, कर्नाटक में 500, तेलंगाना में 350, हरियाणा में 250, दिल्ली में 197, उत्तर प्रदेश में 112, पंजाब में 95, छत्तीसगढ़ में 87, बिहार में 56 और केरल में 36 मामले हैं।
जानकारी
राज्यों को भेजी गईं कुल 23,680 शीशियां- सदानंद गौड़ा
गौड़ा ने शनिवार को बताया कि विभिन्न राज्यों में म्यूकरमायकोसिस (ब्लैक फंगस) के मामलों की बढ़ती संख्या की विस्तृत समीक्षा के बाद आज सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एम्फोटेरिसिन-B की कुल 23,680 अतिरिक्त शीशियां आवंटित की गई हैं।
उन्होंने बताया कि यह आवंटन देश में मरीजों की कुल संख्या के आधार पर किया गया है जो अभी लगभग 8,848 हैं।'
बता दें कि एम्फोटेरिसिन-B को ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होता है।
जानकारी
क्या होते हैं ब्लैक फंगस के लक्षण?
अगर किसी व्यक्ति के नाक से खून आ रहा है और नाक में किसी तरह की परेशानी हो रही है तो यह ब्लैक फंगस का लक्षण हो सकता है।
सिर और आंखों में दर्द, आंखों के आसपास सूजन, आंखे लाल रहना, नजर कमजोर होना, आंखें बंद करने और खोलने में परेशानी होना आदि भी इसके लक्षण हैं।
इसके अलावा चेहरे सूना हो जाना, छाती में दर्द, मुंह खोलने और चबाने में दिक्कत होना भी इसके लक्षणों में शामिल हैं।
ब्लैक फंगस
केंद्र ने राज्यों को अधिसूचित बीमारी घोषित करने को कहा
देश में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों के लिए जानलेवा बने म्यूकरमायकोसिस यानी ब्लैक फंगस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और कई लोगों को जान जा चुकी है।
इसको देखते हुए अब केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को 'ब्लैक फंगस' को महामारी अधिनियम के तहत अधिसूचित करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा सभी मामलों की रिपोर्ट करने को भी कहा है।
राजस्थान और तेलंगाना समेत कई राज्य ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर चुके हैं।