किसान कल मनाएंगे 'ब्लैक फ्राइडे'; 26 फरवरी को ट्रैक्टर मार्च, 14 मार्च को दिल्ली में महापंचायत
पंजाब के किसानों के दिल्ली मार्च के बीच संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की बैठक में आज कई बड़े फैसले लिए गए। SKM ने कहा कि किसान 26 फरवरी को देशभर के हाईवे पर ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे और 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में विशाल महापंचायत आयोजित करेंगे। बैठक में बुधवार को प्रदर्शन के दौरान युवा किसान की मौत पर भी आक्रोश व्यक्त किया गया। इसके खिलाफ कल यानी 23 फरवरी को 'ब्लैक फ्राइडे' मनाने का फैसला लिया गया।
मृतक किसान के परिजनों के लिए मुआवजे और FIR की मांग
किसानों ने मृतक किसान के परिजनों के लिए सरकार से एक करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की। किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा, "हरियाणा पुलिस ने पंजाब की सीमा पर कार्रवाई की है। हरियाणा पुलिस के खिलाफ धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज होना चाहिए। न्यायिक जांच की जाए।" उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज के इस्तीफे की मांग भी की।
टिकैत बोले- सरकार को गांवों में नहीं घुसने दिया जाएगा
बैठक के बाद SKM नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली में नहीं जाने देगी तो चुनाव के दौरान भाजपा सरकार को भी गांवों में नहीं जाने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सरकार किसानों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। दिल्ली मार्च आयोजित कर रहे किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और SKM (गैर-राजनीतिक) और SKM के बीच समन्वय के लिए एक 6 सदस्यीय समिति भी बनाई गई है।
किसानों ने और क्या मांग की?
किसानों ने मृतक किसान को शहीद का दर्जा देने की मांग की है। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, "पंजाब सरकार को राज्य के इलाके में प्रवेश करने के बाद 25-30 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को नुकसान पहुंचाने के लिए हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।" किसानों ने कृषि को विश्व व्यापार संगठन (WTO) से बाहर निकालने की भी मांग की। SKM का कहना है कि दिल्ली महापंचायत में एक लाख लोग जुटने का अनुमान है।
क्या है किसान की मौत का मामला?
21 फरवरी को किसानों के प्रदर्शन के दौरान खनौरी बॉर्डर पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। यहां 14 पुलिसकर्मी घायल हुए थे और शुभकरण सिंह नामक युवा किसान की मौत हो गई थी। किसानों का आरोप है कि शुभकरण को पुलिस द्वारा चलाई गोली सिर के पीछे लगी। शुभकरण पंजाब के बठिंडा जिले के रहने वाले थे। वे 2 बहनों में इकलौते भाई थे और घर में अकेले कमाने वाले शख्स थे।