
आतंकवाद पर पाकिस्तान को बेनकाब करने विदेश जाएंगे 7 प्रतिनिधिमंडल, थरूर समेत ये नेता करेंगे अगुवाई
क्या है खबर?
'ऑपरेशन सिंदूर' की जानकारी देने और आतंकवाद पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए भारत सर्वदलीय सांसदों के 7 प्रतिनिधिमंडल विदेश भेजेगा। हर प्रतिनिधिमंडल में 5-5 सांसद होंगे और एक नेता इसकी अगुवाई करेगा।
ये प्रतिनिधिमंडल 22 या 23 मई से 10 दिनों के दौरे पर अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और कतर जैसे देशों में जाकर 'ऑपरेशन सिंदूर' पर भारत का पक्ष रखेगा और आतंकवाद पर पाकिस्तान की गतिविधियों को उजागर करेगा।
सदस्य
कौन-कौन करेगा प्रतिनिधिमंडलों की अगुवाई?
संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कांग्रेस सांसद शशि थरूर, भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, जनता दल यूनाइटेड सांसद संजय कुमार झा, द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) सांसद कनिमोझी करुणानिधि, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे करेंगे।
रिजिजू ने कहा, 'सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में भारत एकजुट है। ये राजनीति से ऊपर, मतभेदों से परे राष्ट्रीय एकता का एक शक्तिशाली प्रतिबिंब है।'
अन्य सदस्य
प्रतिनिधिमंडल में औवेसी को भी मिल सकती है जगह
रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा नेता निशिकांत दुबे, बांसुरी स्वराज, अनुराग ठाकुर, एमजे अकबर, समिक भट्टाचार्य, दग्गुबाती पुरंदेश्वरी और एसएस अहलूवालिया भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल हो सकते हैं।
इनके अलावा ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस से सलमान खुर्शीद और मनीष तिवारी, डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के गुलाम नबी आजाद, शिवसेना (UBT) से प्रियंका चतुर्वेदी, बीजू जनता दल (BJD)से सस्मित पात्रा, AAP के विक्रमजीत साहनी और CPI (M) के जॉन ब्रिटास भी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हो सकते हैं।
बयान
सुप्रिया सुले ने जताया आभार
जयराम रमेश ने लिखा, 'पाकिस्तान से आतंकवाद पर भारत का रुख समझाने के लिए विदेश भेजे जाने वाले प्रतिनिधिमंडल के लिए 4 सांसदों के नाम देने को कहा था। कांग्रेस की तरफ से आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, डॉ. सैयद नसीर हुसैन और राजा बरार के नाम दिए गए हैं।'
वहीं, सुप्रिया सुले ने लिखा, 'वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल होकर मुझे सम्मानित महसूस हो रहा है। मैं विनम्रतापूर्वक इस जिम्मेदारी को स्वीकार करती हूं।'
काम
क्या होगा प्रतिनिधिमंडल का काम?
यह प्रतिनिधिमंडल विदेशी सरकारों, थिंक टैंकों और मीडिया के साथ बातचीत करेगा, ताकि पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद के संदर्भ में 'ऑपरेशन सिंदूर' की जरूरत पर भारत का दृष्टिकोण पेश किया जा सके।
सांसदों का प्रतिनिधिमंडल दुनिया के बड़े देशों खासकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सदस्य देशों का भी दौरा करेगा।
यह सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर एकजुट मोर्चा पेश करने का एक ठोस प्रयास है।
एजेंडा
5 एजेंडा पर रुख स्पष्ट करेगा प्रतिनिधिमंडल
प्रतिनिधिमंडल के 5 एजेंडा होंगे।
1. पाकिस्तान के उकसावे का ब्यौरा देना, जिसके कारण 'ऑपरेशन सिंदूर' जरूर हो गया था।
2. समझाना कि 'ऑपरेशन सिंदूर' इन खतरों के प्रति महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया क्यों थी।
3. भविष्य में आतंकवादी घटनाएं होने पर इसी प्रकार की कार्रवाई की संभावना की जानकारी देना।
4. ऑपरेशन के दौरान केवल आतंकवादी ठिकानों को ही सटीक निशाना बनाने पर जोर देना।
5. आतंकवाद को बढ़ावा देने में पाकिस्तान की भूमिका और इसके दुष्परिणामों पर प्रकाश डालना।