राहुल गांधी नहीं माने तो कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे अशोक गहलोत
क्या है खबर?
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने का संकेत दे दिया है।
उन्होंने कांग्रेस विधायकों को बता दिया है कि अगर राहुल गांधी चुनाव नहीं लड़ते हैं तो वो कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में शामिल होंगे।
मंगलवार शाम को बुलाई विधायकों की बैठक में गहलोत ने कहा कि वो बुधवार को दिल्ली में सोनिया गांधी से मिलेंगे और फिर केरल जाकर राहुल गांधी को आखिरी बार मनाने की कोशिश करेंगे।
कयास
26 सितम्बर को नामांकन दायर कर सकते हैं गहलोत
गहलोत ने बैठक में आए विधायकों को बताया कि वो राहुल गांधी से पार्टी की कमान संभालने की अपील करेंगे। अगर राहुल इसके लिए तैयार नहीं होते हैं तो वो पार्टी के फैसले का सम्मान करते हुए चुनाव लड़ेंगे।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, उन्होंने कुछ विधायकों को कांग्रेस अध्यक्ष पद के नामांकन के समय दिल्ली भी बुलाया है। नामांकन प्रक्रिया 24 सितम्बर से शुरू होगी और गहलोत 26 सितम्बर को नामांकन दायर कर सकते हैं।
बयान
राजस्थान नहीं छोड़ रहे गहलोत- खचड़ियावास
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए राजस्थान के कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खचड़ियावास ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि पार्टी के कहने पर वो नामांकन दायर करेंगे। उन्होंने हमेशा नेतृत्व के निर्देशों का पालन किया है।
जब उनसे पूछा गया कि अगर गहलोत कांग्रेस प्रमुख बन जाते हैं तो राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री हैं और मुख्यमंत्री रहेंगे। उन्होंने कहा है कि वो राजस्थान नहीं छोड़ रहे हैं।
संशय
गहलोत के इस्तीफे पर संशय
अभी तक इस बात पर संशय बना हुआ है कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में शामिल होने से पहले गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे?
दरअसल, गहलोत चाहते हैं कि कुछ समय और उन्हें इस पद पर रहने दिया जाए या फिर उनके किसी करीबी व्यक्ति को यह पद सौंपा जाए।
दूसरी तरफ सचिन पायलट गुट यह आस लगाए बैठा है कि गहलोत के दिल्ली जाने पर पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
जानकारी
पायलट गुट को इस्तीफे की आस
पायलट गुट चाहता है कि नामांकन दायर करने से पहले गहलोत मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दें।
राजस्थान के उप मुख्यमंत्री रह चुके सचिन पायलट के समर्थकों का मानना है कि अगर गहलोत को मुख्यमंत्री रहते हुए कांग्रेस अध्यक्ष चुन लिया जाता है तो वह अपनी मर्जी से राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री चुन सकते हैं और वह सचिन पायलट नहीं होंगे।
वहीं, सचिन पायलट आज राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए हैं।
बयान
"निष्पक्ष रहेगा गांधी परिवार"
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कोई भी उम्मीदवार चुनाव लड़ सकता है। पार्टी और नेतृत्व का यही स्टैंड है। अगर कोई भी चुनाव लड़ता है तो नेतृत्व निष्पक्ष रहेगा। खबरें हैं कि गांधी परिवार किसी भी उम्मीदवार का प्रस्तावक नहीं बनेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष पद
शशि थरूर से होगा मुकाबला?
गहलोत के चुनावी मैदान में उतरने पर उनका सामना शशि थरूर से हो सकता है।
दरअसल, बागी नेताओं के G-23 समूह से आने वाले थरूर ने हाल ही में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और उनसे अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की अनुमति मांगी थी। बताया जा रहा है कि सोनिया ने उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति दे दी है।
ऐसे में गहलोत का थरूर से मुकाबला होना लगभग तय है।
चुनावी कार्यक्रम
अक्टूबर में होगा कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव
कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव अक्टूबर में होगा। CWC द्वारा जारी किए गए कार्यक्रम के अनुसार, 17 अक्टूबर को अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग होगी और दो दिन बाद 19 अक्टूबर को मतगणना के बाद विजेता के नाम का ऐलान किया जाएगा।
नामांकन की प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू होगी और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 30 सितंबर है। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 8 अक्टूबर होगी।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
दो दशक में पहली बार होगा अध्यक्ष पद के लिए मुकाबला
पिछले दो दशक में ये पहली बार होगा जब कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए दो नेताओं में मुकाबला देखने को मिलेगा।
इससे पहले आखिरी बार 2001 में सोनिया गांधी और जितेंद्र प्रसाद के बीच मुकाबला हुआ था जिसमें सोनिया ने एकतरफा जीत दर्ज की थी।
इसके अलावा अगर राहुल मैदान में नहीं उतरते हैं तो लगभग 25 साल बाद कांग्रेस को गैर-गांधी अध्यक्ष मिलना भी लगभग तय है। इस बीच सोनिया और राहुल ही अध्यक्ष रहे हैं।