कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव: सांसदों की मांग के बाद नियमों में बदलाव, उम्मीदवारों को मिलेगी मतदाता सूची
पांच सांसदों के पार्टी अध्यक्ष के चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता की मांग करने के बाद कांग्रेस ने वोट डालने के योग्य प्रतिनिधियों की सूची जारी करने का ऐलान किया है। संगठन चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि सभी 9,000 प्रतिनिधियों की सूची दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) स्थित उनके कार्यालय पर 20 सितंबर से 24 सितंबर तक उपलब्ध रहेगी और नामांकन दाखिल करने के इच्छुक नेता इसे देख सकेंगे।
सांसदों ने क्या मांग की थी?
शशि थरूर, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बोरदोलाई, अब्दुल खालिक और मनीष तिवारी ने मधुसूदन मिस्त्री को 6 सितंबर को मिस्त्री को पत्र लिखते हुए अध्यक्ष पद के चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि चुनाव से पहले मतदाताओं (प्रतिनिधियों) की सूची प्रदान की जाए, ताकि पता चल सके कि कौन उम्मीदवार को नामित कर सकता है और कौन वोट डाल सकता है। उन्होंने सूची को गुप्त तरीके से जारी करने का सुझाव दिया था।
मांगों को मानते हुए कांग्रेस ने नियमों में क्या बदलाव किया है?
अब कांग्रेस ने सांसदों की मांगों को मान लिया है और मतदाता सूची उपलब्ध कराने का ऐलान किया है। मिस्त्री ने कहा कि नामांकन दाखिल करने के इच्छुक उम्मीदवार अपने राज्य के 10 प्रतिनिधियों के नाम प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में देख सकेंगे और इसके बाद जब वो मुख्य रिटर्निंग अधिकारी को अपना नामांकन सौंप देंगे तो उन्हें 9,000 से अधिक सभी प्रतिनिधियों की सूची दे दी जाएगी। उन्होंने उनसे बात करने के लिए थरूर का शुक्रिया अदा भी किया।
थरूर और चिदंबरम ने बदलाव पर जताई संतुष्टि
नियमों में बदलाव पर प्रतिक्रिया देते हुए थरूर ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उनके पत्र के जवाब में ये बदलाव किए गए हैं। उन्होंने कहा कि वो इस बदलाव से संतुष्ट हैं। कार्ति चिदंबरम ने भी बदलाव पर संतुष्टि जताई है।
अक्टूबर में होगा कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव अक्टूबर में होगा। CWC द्वारा जारी किए गए कार्यक्रम के अनुसार, 17 अक्टूबर को अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग होगी और दो दिन बाद 19 अक्टूबर को मतगणना के बाद विजेता के नाम का ऐलान किया जाएगा। नामांकन की प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू होगी और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 30 सितंबर है। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 8 अक्टूबर होगी।
अशोक गहलोत समेत कई नेता पेश कर सकते हैं दावेदारी
अगर राहुल गांधी चुनाव नहीं लड़ते हैं तो अशोक गहलोत अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं। अटकलें हैं कि सोनिया गांधी ने गहलोत को नेतृत्व संभालने को कहा है, लेकिन वो चाहते हैं कि राहुल ही पार्टी की कमान संभालें। गहलोत के अलावा शशि थरूर भी अध्यक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं। थरूर का मानना है कि अध्यक्ष पद के लिए लोकतांत्रिक प्रतिस्पर्धा पार्टी में जोश लाएगी।