तबलीगी जमात के कारण आया कोरोना वायरस के मामलों में उछाल, राष्ट्रीय ट्रेंड नहीं- सरकार
क्या है खबर?
पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के मामलों में बड़े उछाल के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पूरे देश में ये ट्रेंड नहीं है और ये उछाल तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन के कारण आया है।
मंत्रालय ने बताया कि कल से अब तक देशभर में कोरोना वायरस के 386 नए मामले सामने आए हैं।
अब तक कुल 1,637 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 38 की मौत हुई है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस
"तबलीगी जमात के सदस्यों की यात्रा के कारण बढ़े मामले"
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कोरोना वायरस को लेकर की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये जानकारी दी।
उन्होंने कहा, "कल से पॉजिटिव मामलों की संख्या में वृद्धि आई है। इसका एक प्रमुख कारण तबलीगी जमात के सदस्यों का देशभर में यात्रा करना है।"
उन्होंने बताया कि तबलीगी जमात से जुड़े 1,800 लोगों को नौ अस्पतालों और क्वारंटाइन कैंपों में भेजा गया है और मौजूदा उछाल राष्ट्रीय ट्रेंड को नहीं दर्शाता।
तैयारियां
डिब्बों में बदलाव कर 3.2 लाख आइसोलेशन बेड बना रहा रेलवे
इस दौरान लव अग्रवाल ने ये भी बताया कि रेलवे 20,000 डिब्बों में बदलाव कर 3.2 लाख आइसोलेशन और क्वारंटाइन बेड बना रहा है और अब तक 5,000 डिब्बों पर काम शुरू हो चुका है।
वहीं गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलीला श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि देशभर में 21,486 राहत कैंपों में लगभग छह लाख 75 हजार प्रवासी मजदूरों को रखा जा रहा है और सरकार उन्हें खाना और अन्य मूलभूत सुविधाएं प्रदान कर रही है।
जानकारी
लगभग 47,000 टेस्ट कर चुकी है सरकार
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए डॉ आर गंगा केतकर ने बताया कि देशभर में ICMR नेटवर्की 126 लैब कोरोना वायरस का टेस्ट कर रही हैं जबकि 51 प्राइवेट लैब को भी मंजूरी दे दी गई है।
उन्होंने बताया कि लैब अपनी क्षमता का 38 प्रतिशत उपयोग कर रही हैं और अब तक 47,951 टेस्ट किए जा चुके हैं जिनमें से 816 कल प्राइवेट लैबों में किए गए।
पृष्ठभूमि
क्या है तबलीगी जमात से संबंधित मामला?
13 से 15 मार्च के बीच निजामुद्दीन के मरकज में स्थित तबलीगी जमात की मस्जिद में एक धार्मिक समारोह हुआ था जिसमें विभिन्न राज्यों और देशों के लगभग 3,000 लोगों ने हिस्सा लिया था।
कार्यक्रम के बाद कुछ लोग अपने-अपने राज्य वापस लौट गए, वहीं लगभग 2,000 लोग पाबंदियों का उल्लंघन करते हुए मस्जिद में ही रुके रहे।
अब तक इस समारोह से संबंधित 134 लोगों को संक्रमित पाया गया है जबकि सात की मौत हो चुकी है।
तलाश
देशभर में आयोजन में हिस्सा लेने वालों की तलाश जारी
अलग-अलग राज्यों में इस समारोह में हिस्सा लेने वाले लोगों की तलाश की जा रही है।
आंध्र प्रदेश में इस आयोजन में हिस्सा लेने वाले लगभग 750 लोगों की पहचान की जा चुकी है, वहीं तेलंगाना में 400 लोगों की पहचान की जा चुकी है।
तमिलनाडु ने 1,000 से अधिक लोगों के इस आयोजन में शामिल होने की बात कही है लेकिन केवल 700 को ढूढ़ा जा सका है।
असम और जम्मू-कश्मीर समेत अन्य राज्यों में भी यही हाल है।
जानकारी
मस्जिद से निकले 2,361 लोग, 617 अस्पताल में भर्ती
इस बीच 36 घंटे के ऑपरेशन के बाद मरकज मस्जिद को पूरी तरह से खाली करा लिया गया है। दिल्ली सरकार के अनुसार, मस्जिद से 2,361 लोग निकले जिनमें से 617 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और बाकी को क्वारंटाइन किया गया है।