रेजिडेंट डॉक्टरों ने वापस ली राष्ट्रीय हड़ताल, रद्द होंगी FIR
दिल्ली में NEET-PG काउंसिलिंग में देरी और पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के साथ कथित बदसलूकी का विरोध कर रहे डॉक्टरों ने अपनी राष्ट्रीय हड़ताल वापस ले ली है। रेजिडेंट डॉक्टर्स पिछले दो हफ्तों से NEET-PG काउंसिलिंग में देरी का विरोध कर रहे थे। वे आज दोपहर 12 बजे से काम पर लौट चुके हैं। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) के सदस्यों और दिल्ली के सयुंक्त पुलिस कमिश्नर के बीच बैठक के बाद हड़ताल वापस ली गई है।
सयुंक्त पुलिस कमिश्नर ने भेजा वीडियो संदेश- FORDA अध्यक्ष
FORDA के अध्यक्ष डॉ मनीष ने बताया, "कल शाम हम दिल्ली के संयुक्त पुलिस कमिश्नर से मिले। दिल्ली पुलिस ने FIR रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।" मनीष ने कहा कि सयुंक्त कमिश्नर ने डॉक्टरों और पुलिस के बीच विश्वास बहाल करने के लिए वीडियो संदेश भेजा है। उन्होंने आगे बताया, "मरीज पहले से ही परेशान हैं, कई सर्जरी टाली गई हैं। इस स्थिति को देखते हुए वे आज दोपहर 12 बजे हड़ताल वापस ले रहे हैं।"
दिल्ली के कई प्रमुख अस्पतालों में प्रभावित हुआ काम
गुरुवार को रेजिडेंट डॉक्टरों ने NEET-PG काउंसलिंग में देरी का विरोध करते हुए अपना आंदोलन तेज कर दिया था और अपने सहयोगियों के खिलाफ दर्ज पुलिस मामलों को वापस लेने की भी मांग की थी। मिंट की खबर के अनुसार कई रेजिडेंट डॉक्टर, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (LHMC) के परिसर में इकठ्ठे हुए और FORDA के नेतृत्व में नारेबाजी की। जिसके कारण कल दिल्ली के कई प्रमुख अस्पतालों में काम-काज प्रभावित हुआ।
27 दिसंबर को हुआ था बड़ा प्रदर्शन
NEET-PG की काउंसलिंग में देरी के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर्स ने सोमवार को दिल्ली में बड़ा विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान उन्होंने पहले सुप्रीम कोर्ट और फिर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के आवास की तरफ जाने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया था। प्रदर्शन के बाद डॉक्टर्स ने पुलिस पर क्रूर कार्रवाई का आरोप लगाया था और चिकित्सा सेवाओं को बंद करने की धमकी दी थी।
जानिए क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं रेजिडेंट डॉक्टर्स?
बता दें कि NEET-PG की परीक्षा होने के बावजूद पिछले लगभग एक साल से छात्रों की काउंसलिंग नहीं हुई है और उन्हें कॉलेज नहीं मिल पाया है। सुप्रीम कोर्ट में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) आरक्षण से संबंधित मामले पर सुनवाई के कारण काउंसलिंग में ये देरी हो रही है। इस कारण सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों पर बोझ बढ़ रहा है और वे काउंसिलिंग में देरी का विरोध कर रहे हैं।