17 तोपों की सलामी और सैन्य सम्मान के साथ हुआ जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार

तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (63) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर में पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। उनकी बेटी कृतिका और तारिणी ने रुढ़ियों को तोड़ते हुए उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार से पहले CDS जनरल रावत को 17 तोपों की सलामी भी दी गई।
#WATCH | Delhi: #CDSGeneralBipinRawat laid to final rest with full military honours, 17-gun salute. His last rites were performed along with his wife Madhulika Rawat, who too lost her life in #TamilNaduChopperCrash.
— ANI (@ANI) December 10, 2021
Their daughters Kritika and Tarini performed their last rites. pic.twitter.com/uTECZlIhI0
बरार स्क्वायर में CDS जनरल रावत को अंतिम संस्कार से पहले पूरा सैन्य सम्मान दिया गया। अंत्येष्टि स्थल पर 800 सैन्यकर्मियों को तैनात किया गया। इस दौरान अंतिम संस्कार के समय तीनों सेनाओं के अपने-अपने बिगुल बजाए। इसी तरह सैन्य बैंड के 33 कर्मचारियों ने शोक गीत बजाकर उन्हें अंतिम विदाई दी। इसके बाद उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई। लेफ्टिनेंट जनरल स्तर के छह अधिकारी तिरंगा लेकर उनके शव के आगे चलते नजर आए।
Delhi: #CDSGeneralBipinRawat laid to final rest with full military honours. His last rites were performed along with his wife Madhulika Rawat, who too lost her life in #TamilNaduChopperCrash.
— ANI (@ANI) December 10, 2021
Their daughters Kritika and Tarini performed their last rites. pic.twitter.com/ijQbEx9m51
इससे पहले दोपहर में दिल्ली स्थित घर से CDS जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका की अंतिम यात्रा निकाली गई। इसमें लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोग हाथों में तिरंगा लेकर पार्थिव देह के साथ चलते नजर आए। इसी तरह हजारों लोग शव यात्रा के मार्ग में जमा रहे। लोगों ने 'भारत माता की जय', 'जनरल रावत अमर रहें', 'जब तक सूरज चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा' जैसे नारे लगाए। लोगों ने उनके शव को सलामी भी दी।
CDS जनरल रावत के अंतिम संस्कार में पड़ोसी देशों से कुछ सैन्य कमांडर भी शामिल हुए। इनमें श्रीलंका CDS और सेना के कमांडर शावेंद्र सिल्वा और पूर्व CDS एडमिरल रविंद चंद्रासिरी विजेगरत्ने, भूटान से रायल भूटान आर्मी के डिप्टी चीफ आपरेशंस कमांडर ब्रिगेडियर दोरजी रिनचेन, नेपाल से चीफ ऑफ जनरल स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल कृष्ण खार्की और बांग्लादेश से लेफ्टिनेंट जनरल वकार उज रहमान शामिल हुए। श्रीलंका के एडमिरल रवींद्र CDS रावत के सहपाठी और करीब दोस्त रहे हैं।
पड़ोसी देशों के सैन्य कमांडरों के साथ भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस और फ्रांस के उच्चायुक्त एमेनुएल लेनेन भी CDS जनरल रावत के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इसी तरह इजरायल, अमेरिका और रूस समेत कई देशों ने शोक जताते हुए श्रद्धांजलि दी।
CDS जनरल रावत और उनकी पत्नी के शवों को सुबह 11 बजे कामराज मार्ग स्थित उनके घर पर परिवार, दोस्तों और जनता के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, NSA अजीत डोभाल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खडगे, हरीश रावत आदि ने CDS जनरल रावत और उनकी पत्नी को पुष्पांजलि अर्पित की।
इससे पहले हादसे में जान गंवाने वाले सभी 13 लोगों के शव गुरुवार रात दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर पहुंचे। वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, NSA डोभाल, थल सेना प्रमुख एमएम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार, एयर चीफ मार्शल एवीआर चौधरी, रक्षा सचिव अजय कुमार आद ने सभी शवों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत CDS जनरल रावत और अन्य सैन्यकर्मियों के बहुमूल्य योगदान को कभी नहीं भूलेगा।
बता दें कि CDS जनरल रावत बुधवार सुबह करीब 9 बजे वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिएदिल्ली से अपनी पत्नी और स्टाफ के साथ विशेष विमान से तमिलनाडु के सुलुर रवाना हुए थे। सुबह 11:35 बजे सुलुर एयरबेस पर पहुंचने के 10 मिनट बाद ही सभी लोग वायुसेना के हेलिकॉप्टर से 94 किलोमीटर दूर वेलिंगटन के लिए रवाना हुए थे। करीब 12:20 बजे कट्टेरी इलाके के पास यह हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
बुधवार दोपहर करीब 12:15 बजे तमिलनाडु में वायुसेना का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इससे इसमे सवार जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका, रक्षा सहायक ब्रिगेडियर लिड्डर, स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, JWO राणा प्रताप दास, JWO प्रदीप ए, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांसनायक विवेक कुमार और लांसनायक साई तेजा की मौत हो गई, जबकि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रूप से घायल हैं।