टल सकती हैं JEE मेन और NEET की परीक्षाएं, छात्र कर रहे मांग
देश में लगातार कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण बच्चों के साथ-साथ अभिभावक भी आगामी महीनों में होने वाली प्रतियोगी और प्रवेश परीक्षाओं के आयोजन को लेकर डर रहे हैं। पिछले कई दिनों से छात्र जुलाई में होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) मेन और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) को टालने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से छात्रों ने अपनी अवाज उठाई है।
ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं हैशटैग
अपनी मांग को पूरा कराने के लिए छात्र ट्विटर का सहारा ले रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, ट्विटर पर कई हैशटैग जैसे #StudentsLivesMatter # postponejeeneet2020, #HealthOverExams और #HealthOverNEETjee ट्रेंड कर रहे हैं। छात्र हैशटैग का उपयोग करते हुए कह रहे हैं कि वे सरकार के परीक्षा कराने के फैसले का सम्मान करते हैं, लेकिन इस समय इसकी जगह उनके भविष्य की सुरक्षा से संबंधित फैसले लेने की जरूरत है। इस कारण JEE मेन को आगे बढ़ा दिया जाए।
लाखों छात्रों के साथ नहीं हो पाएगा सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन
इस साल NEET के लिए 15 लाख से अधिक छात्रों ने और लगभग नौ लाख छात्रों ने JEE मेन के लिए रजिस्ट्रेशन किया है। इसके अलावा JEE मेन के लिए दूसरी बार आवेदन मांगे जाने पर भी हजारों की संख्या में रजिस्ट्रेशन हुए हैं। ऐसे में छात्रों का कहना है कि लाखों बच्चों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए परीक्षाएं आयोजित करना मुश्किल है, इसलिए इन्हें स्थगित करना चाहिए।
स्थिति को देखकर लिया जाएगा निर्णय- पोखरियाल
हाल ही में मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि मंत्रालय स्थिति के आधार पर निर्णय ले रहा है और जिन क्षेत्रों में कोरोना वायरस चरम पर है, वहां के लिए उचित निर्णय लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों की सुरक्षा सरकार के लिए महत्वपूर्ण है और ऐसा कोई भी निर्णय नहीं लिया जाएगा जिससे उनके स्वास्थ्य को खतरा हो।
अभी नहीं लिया गया कोई निर्णय
अभी परीक्षाओं को स्थगित करने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। हालांकि, इन्हें स्थगित किया जा सकता है। बता दें कि पहले इनका आयोजन अप्रैल और मई में किया जाना था, जिन्हें लॉकडाउन के कारण स्थगित कर दिया गया था।
जुलाई में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की हो रही मांग
प्रवेश परीक्षाओं के अलाव जुलाई में होने वाली केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की जा रही है। छात्रों और अभिभावकों का कहना है कि ऐसी स्थिति में परीक्षाएं नहीं होनी चाहिए और छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर प्रमोट किया जाना चाहिए। बता दें कि अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है और अभी इसे लेकर भी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।