गणतंत्र दिवस समारोह पर महामारी का साया, 15 साल से छोटे बच्चों की एंट्री नहीं
बीते साल के स्वतंत्रता दिवस की तरह इस बार गणतंत्र दिवस पर भी कोरोना महामारी का असर साफ दिखेगा। कोरोना वायरस के कारण पहले ही मुख्य अतिथि का दौरा रद्द हो चुका है। अब समारोह का दायरा भी छोटा करने की योजना बनाई जा रही है। बताया जा रहा है कि इस बार परेड देखने के लिए 15 साल से छोटे बच्चों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा और दर्शकों को बैठने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
इन मायनों में खास है इस बार का गणतंत्र दिवस
भारत इस बार गणतंत्र दिवस ऐसे मौके पर मना रहा है, जब कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई को एक साल पूरा होने वाला है। देश में 30 जनवरी, 2020 को कोरोना का पहला मामला सामने आया था। एक साल बाद भारत कोरोना वायरस के कारण दुनिया का दूसरा प्रभावित देश बना हुआ है। राहत की बात यह है कि नए साल की शुरुआत में देश में दो वैक्सीनों को मंजूरी मिल चुकी है।
दर्शकों की संख्या में की जाएगी कमी
द प्रिंट ने सरकारी अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर सादा समारोह आयोजित किया जाएगा। महामारी के कारण दर्शकों की संख्या भी कम की जाएगी। पिछले साल एक लाख से ज्यादा लोगों ने दिल्ली के राजपथ पर आयोजित इस समारोह को देखा था, लेकिन इस बार केवल 25,000 दर्शकों को समारोह देखने की इजाजत मिलेगी। दर्शकों को महामारी से बचाव के सभी नियमों को पालन करना जरूरी होगा।
कम होगी परेड के मार्च की दूरी
अधिकारियों ने बताया कि परेड का संचालन पिछले साल की तरह ही होगा, लेकिन सभी गतिविधियों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। हालांकि, इस बार परेड की दूरी कम की जाएगी। हर साल गणतंत्र दिवस पर परेड विजय चौक से शुरू होकर लाल किले तक जाती है, लेकिन इस बार यह नेशनल स्टेडियम तक ही जाएगी। महामारी के बचाव के लिए परेड के दौरान सभी लोगों के मुंह पर मास्क रहेंगे।
थर्मल स्क्रीनिंग के बाद मिलेगी प्रवेश
इनके अलावा समारोह देखने के लिए आने वाले लोगों की सभी प्रवेश द्वारों पर थर्मल स्क्रीनिंंग की जाएगी। सभी द्वारों पर सैनिटाईजर, मास्क और दस्ताने उपलब्ध रहेंगे। समारोह से पहले पूरे परिसर की गहन सफाई कर इसे सैनिटाईज किया जाएगा। साथ ही राजपथ के आसपास आठ आइसोलेशन बूथ स्थापित किए जाएंगे। अगर प्रवेश के दौरान किसी व्यक्ति में संक्रमण के लक्षण नजर आते हैं तो उसे इन बूथ में रखा जाएगा। यहां मेडिकल टीमें तैनात होंगी।
परेड में शामिल होंगी 26 झांकियां
इस साल परेड में नौ मंत्रालयों और विभागों के अलावा 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 26 झांकियां होंगी। पिछली बार इनकी संख्या 22 थी। इस बार संस्कृति मंत्रालय भारत की आजादी के 75 सालों और सूचना और प्रसारण मंत्रालय 'न्यू इंडिया' को दर्शाते हुए दो विशेष झांकियां निकालेंगे। इनके अलावा बांग्लादेश के सैन्य बलों की मौजूदगी भी परेड का विशेष आकर्षण होगी। बांग्लादेश की टुकड़ी 1971 के युद्ध के 50 सालों के उपलक्ष में मार्च करेगी।
बिना मुख्य अतिथि होगा समारोह
इस बार गणतंत्र समारोह बिना मुख्य अतिथि के आयोजित होगा। इस साल यूनाइटेड किंगडम (UK) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए आमंत्रण भेजा गया था। पहले उन्होंने इस पर सहमति जताई थी, लेकिन बाद में अपने देश में कोरोना के कारण पैदा हुई स्थितियों को देखते हुए भारत दौरा रद्द कर दिया। ऐसे में इस साल बिना मुख्य अतिथि की मौजूदगी के गणतंत्र दिवस समारोह होगा।