सीमा पर स्थिति की समीक्षा के लिए राजनाथ ने की सेना प्रमुखों के साथ अहम बैठक
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को सुरक्षा की समीक्षा करने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की। इसमें चीन के साथ जारी सीमा विवाद के कारण पैदा हुई स्थितियों पर बातचीत की गई। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने भी इस बैठक में भाग लिया। बताया जा रहा है कि यह उच्च-स्तरीय बैठक दो घंटों तक चली थी। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
विदेश मंत्रियों की मुलाकात के बाद हुई बैठक
राजनाथ सिंह और सेना प्रमुखों के बीच यह बैठक रूस की राजधानी मॉस्को में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांग यी की मुलाकात के कुछ घंटों बाद हुई है। दोनों विदेश मंत्रियों ने पूर्वी लद्दाख में सीमा पर स्थिति सामान्य करने के संबंध में चर्चा की। इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए पांच बिंदुओं पर सहमति बनी है। दोनों देशों ने कहा कि मतभेदों को विवाद नहीं बनने देना चाहिए।
बैठक में हुई कई महत्वपूर्ण मसलों पर बातचीत
राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में दिल्ली में हुई बैठक में विदेश मंत्रियों के बीच बनी सहमति पर चर्चा की गई। साथ ही इस बात पर भी विचार किया गया कि इस मामले को भविष्य में होने वाली बैठकों में किस तरह रखना है। इस बैठक के साथ-साथ लद्दाख के चुसुल में भारत और चीन सेना के ब्रिगेड-कमांडर स्तर की बातचीत चल रही थी। सुबह 11 बजे शुरू हुई यह बैठक दोपहर बाद 3 बजे तक चली।
राफेल की इंडक्शन सेरेमनी के समय राजनाथ ने चीन को दिया था संदेश
गुरुवार को अंबाला में राफेल विमानों की इंडक्शन सेरेमनी के दौरान राजनाथ सिंह ने इशारों-इशारों में चीन को चेताया था। उन्होंने कहा था, "राफेल विमानों का वायुसेना में इंडक्शन पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा और कड़ा संदेश है, खासकर उनके लिए जो भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर नजर डाल रहे हैं। हमारी सीमाओं पर हाल के दिनों में जो तनाव का माहौल बना है या बनाया गया है, ऐसे समय पर ये इंडक्शन अहम है।"
बेहद नाजुक है LAC पर स्थिति, चार जगहों पर तनाव
गौरतलब है कि LAC पर चार जगहों पर तनाव बना हुआ है और कम से कम दो जगहों पर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने बने हुए हैं। पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर स्थित फिंगर्स एरिया में चीन ने फिंगर चार पर आकर अपने सैनिक जमा कर लिए हैं, वहीं इसके बराबर वाली चोटियों पर भारतीय सैनिक डटे हुए हैं। इसके विपरीत दक्षिणी किनारे पर भारत ने ऊंची चोटियों पर कब्जा कर लिया है और चीनी सैनिक नीचे हैं।
दोनों देशों के सैनिक एक-दूसरे की फायरिंग रेंज में
एक सरकारी सूत्र ने बताया कि इलाके में स्थिति तनावपूर्ण है और दोनों देशों के सैनिकों के बीच 500 मीटर से भी कम दूरी है। उन्होंने कहा, "दोनों तरफ के सैनिकों के पास हथियार हैं। सभी एक-दूसरे की शूटिंग रेंज में हैं और चोटियों से साफ दिख रहे हैं।" सूत्रों के मुताबिक, LAC पर उच्चतम स्तर का अलर्ट जारी है और उकसावे वाली छोटी सी कार्रवाई भी स्थिति को नियंत्रण से बाहर कर सकती है।