भारतीय सेना की कार्रवाई में ढेर हुए 18 आतंकी, जैश-ए-मोहम्मद का कैंप भी नष्ट
क्या है खबर?
नीलम घाटी समेत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में भारतीय सेना ने तोप से गोले बरसाकर आतंकी कैंपों को नष्ट किया था।
अब सुरक्षा अधिकारियों ने सेना की इस कार्रवाई का आकलन किया है। एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि 19 और 20 को हुई इस कार्रवाई में कम से 18 आतंकवादी और 16 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए।
हालांकि, सेना ने आधिकारिक तौर पर मारे गए आतंकियों की संख्या नहीं बताई है।
जानकारी
भारत में घुसपैठ की ताक में थे आतंकी
अधिकारियों ने बताया कि आतंकी लॉन्चिंग पैड में ठहरे जैश-ए-मोहम्मद समेत दूसरे संगठनों के आतंकी भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। इन्हें कवर देने के लिए पाकिस्तानी सेना गोलीबारी कर रही थी। इसके जवाब में भारतीय सेना ने तोप से गोले बरसाए थे।
बधाई
रक्षा मंत्री ने सेना को काम के लिए बधाई दी
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दो बार इस कार्रवाई की ब्रीफ दी।
इस दौरान राजनाथ ने कहा कि किसी भी आतंकी कैंप को छोड़ा नहीं जाना चाहिए, लेकिन सेना इस बात का ध्यान रखे कि इस कार्रवाई में किसी निर्दोष नागरिक को कोई नुकसान न पहुंचे।
रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि 155 मिमी की तोप से बरसाए गए गोलों से पाकिस्तानी सेना के हथियारों और राशन डिपो भी नष्ट हुए हैं।
गोलीबारी
पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हुए दो जवान
शनिवार रात को पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के तंगधार सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन किया था।
पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में भारत के दो जवान शहीद हुए थे, जबकि एक नागरिक की मौत हुई थी। इसके अलावा तीन नागरिक घायल भी हुए थे।
इसके जवाब में भारतीय सेना की कार्रवाई में नीलम वैली, जुरा, अथामुकाम और कुंडलशाही स्थित आतंकी कैंप नष्ट हुए।
कार्रवाई
भारत ने पाकिस्तान को भेजा कड़ा संदेश
भारतीय सेना को मिली खुफिया जानकारी और कम्युनिकेशन इंटरसेप्ट से पता चला है कि पाकिस्तानी सेना और आतंकियों के हैंडलर इस कार्रवाई से चौंक गए।
उन्हें इस बात की भी हैरानी हुई कि भारतीय सेना को उनकी सटीक लोकेशन का पता है।
एक अधिकारी ने बताया कि सेना की इस कार्रवाई से पाकिस्तान को एक संदेश गया है कि अगर कोई भारत में घुसपैठ की कोशिश करेगा तो उसे कड़ा जवाब दिया जाएगा।