बेंगलुरू-हैदराबाद के बीच बनेगा नया हाई-स्पीड रेलवे ट्रैक, 2.5 घंटे में पूरा होगा सफर
क्या है खबर?
भारतीय रेलवे दो IT प्रमुख केंद्र बेंगलुरू और हैदराबाद के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए सेमी-हाई-स्पीड रेलवे ट्रैक बनाने पर विचार कर रहा है।
ग्रीनफील्ड परियोजना के रूप में इस ट्रैक से दोनों शहरों के बीच का सफर 200 किमी प्रति घंटे की गति से होगा। इस परियोजना पर लगभग 30,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
आइए जानते हैं सेमी-हाई-स्पीड ट्रैक बनने से यात्रियों को क्या फायदा मिलेगा।
रेलवे ट्रैक
बेंगलुरू के येलहंका स्टेशन से हैदराबाद के सिकंदराबाद तक चलेगी ट्रेन
इंडिया इंफ्राहब की रिपोर्ट के मुताबिक, सेमी-हाई-स्पीड ट्रैक बेंगलुरू के येलहंका स्टेशन से हैदराबाद के सिकंदराबाद स्टेशन के बीच 503 किलोमीटर की दूरी 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तय करेगा।
इसके अलावा इस सेमी-हाई-स्पीड रेलवे ट्रैक के दोनों किनारों पर 1.5 मीटर ऊंचाई की एक बाड़ की दीवार भी बनाई जाएगी। इसकी मदद से ट्रेन को बिना किसी बाधा के प्रस्तावित गति से संचालित करने में मदद मिलेगी।
जानकारी
ट्रैक की लंबाई 622 किमी से घटाकर 503 किमी तक होगी
दोनों शहरों के बीच मौजूदा ट्रैक की कुल लंबाई 622 किमी है।
वर्तमान में यात्रियों को ट्रेन से हैदराबाद और बेंगलुरू के बीच आने-जाने में लगभग 10 से 11 घंटे लगते हैं।
प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के हिस्से के रूप में इस ट्रैक को 503 किमी तक करने की योजना बनाई जा रही है। इसकी मदद से यात्री दोनों शहरों के बीच का सफर मात्र 2.5 घंटे में कर सकेंगे।
रेलवे
वंदे भारत ट्रेनें भी जल्द चलाई जाएंगी
रेलवे ने हाल ही में 200 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति के साथ 200 वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण के लिए टेंडर भी जारी किया है।
इसके अलावा 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 302 वंदे भारत ट्रेनें भी चलाई जाएंगी।
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उनके रोलिंग स्टॉक सेमी-हाई स्पीड ऑपरेशन के मुताबिक होते जा रहे हैं।
जानकारी
बेंगलुरू-चेन्नई एक्सप्रेसवे से भी दो घंटे में होगा सफर
इससे पहले केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में बेंगलुरू-चेन्नई एक्सप्रेसवे के बारे में बात करते हुए कहा था कि एक्सप्रेसवे के आवागमन के लिए तैयार होने के बाद दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय घटकर दो घंटे हो जाएगा।
वंदे भारत ट्रेन
न्यूजबाइट्स प्लस
मेक इन इंडिया प्रॉजेक्ट के तहत बनाई गई 'वंदे भारत ट्रेन' सेमी-हाई स्पीड ट्रेन है जो सबसे पहले फरवरी 2019 से दिल्ली से वाराणसी के बीच चली थी।
रेलवे की यह अब तक की पहली ऐसी बिजली से चलने वाली ट्रेन है जो बिना इंजन के चलती है। ट्रेन में हमेशा दो या उससे अधिक लोको पायलट मौजूद रहते हैं जो ट्रेन को कमांड देने का काम करते हैं।
इस ट्रेन में प्लेन जैसी काफी सुविधाएं दी गई हैं।