ऐपल ने भारत में आईफोन 6 सीरीज का प्रोडक्शन बंद किया, बड़े मॉडल पर करेगी फोकस
क्या है खबर?
पिछले कुछ महीने से भारत में ऐपल की बिक्री काफी धीमी रही है। कंपनी को बाजार में अपने आईफोन बेचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी है।
अब कंपनी ने भारत में अपने कई मॉडल का प्रोडक्शन बंद कर दिया है।
इनमें 2016 में आया आईफोन SE, 2014 में आया आईफोन 6 और 2015 में आया आईफोन 6s और आईफोन 6s प्लस शामिल है।
भारतीय बाजार में कंपनी का सबसे सस्ता प्रोडक्ट आईफोन 7 रहा है।
आईफोन SE
कुछ महीने पहले बाजार से हटाया गया था आईफोन SE
आईफोन 6 लंबे समय से भारतीय बाजार में मौजूद है। इसका प्रोडक्शन बंद करने के पीछे ऐपल के नए iOS 13 को सपोर्ट न करना है।
ऐपल ने कुछ महीने पहले आईफोन SE को बाजार से हटा लिया था क्योंकि यह हाई-एंड मॉडल पर फोकस करना चाहती थी।
30,000 रुपये की कीमत में बिकने वाला आईफोन 6s कंपनी की बिक्री में खासा योगदान दे रहा था। अब ऐपल के इन आईफोन्स पर कोई अपडेट नहीं आएगा।
आईफोन XR
आईफोन XR की कीमत में हुई थी कटौती
इन मॉडल के प्रोडक्शन बंद करने के पीछे मुख्य कारण कंपनी का महंगे मॉडल्स पर फोकस करना है।
हालांकि, आईफोन X की अधिक कीमत के कारण इसकी बिक्री उम्मीद के मुताबिक नहीं रही है।
ऐपल ने बिक्री बढ़ाने के लिए आईफोन XR की कीमतों में कटौती की थी।
कंपनी को उम्मीद थी कि सस्ते मॉडल बंद होने से लोग इस मॉडल की तरफ जा सकते हैं।
कंपनी अगले महीने से मेड इन इंडिया आईफोन की बिक्री शुरू कर सकती है।
मुकाबला
एंड्रॉयड स्मार्टफोेन से मिल रही टक्कर
हालांकि, आईफोन 6s अब भी अमेजन पर बिक्री के लिए उपलब्ध है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐपल के लिए अपने सस्ते मॉडल को बंद करने का यह सही समय है क्योंकि भारतीय बाजार में उसे सस्ती कीमत में उपलब्ध एंड्रॉयड स्मार्टफोन से कड़ी टक्कर मिल रही है।
आईफोन की कीमत में वनप्लस 7 प्रो और वनप्लस 7 लोगों की पहली पसंद बनी हुई है। सैमसंग भी प्रीमियम मॉडल्स पर फोकस कर रही है।
मेड इन इंडिया आईफोन
अगले महीने से शुरू हो सकती है भारत में बने आईफोन Xs, Xs Max की बिक्री
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी 'मेक इन इंडिया' स्कीम के तहत भारत में बने आईफोन Xs और Xs Max को बाजार में उतारने की तैयारी कर रही है।
अगर ऐसा होता है तो आईफोन की कीमत में काफी कटौती होने का अनुमान है। फिलहाल ये दोनों फोन एक लाख रुपये से अधिक कीमत पर बेचे जा रहे हैं।
भारत में सेल बढ़ाने के उद्देश्य से ऐपल ने भारत में अपनी असेंबली लाइन को बढ़ाने का फैसला किया है।
कीमत
कीमत कम होने से ग्राहकों को मिलेगा फायदा
इसके लिए कंपनी अपने असेंबली पार्टनर फॉक्सकॉन के साथ मिलकर भारत में ही आईफोन Xs, Xs Max और Xr बना रही है।
इससे कंपनी को न सिर्फ 20 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी से राहत मिलेगी बल्कि सरकार की कई योजनाओं का भी फायदा मिलेगा।
साथ ही कीमत कम होने से ग्राहकों को भी इसका फायदा होगा। हालांकि, कंपनी इन आईफोन की कीमत में कितनी कटौती करेगी, इस पर अभी तक फैसला नहीं हुआ है।
कंपनी की सेल
कंपनी को सेल बढ़ने की उम्मीद
दुनियाभर में लोकप्रिय ब्रांड होने के बावजूद ऐपल भारत में अपने पैर नहीं जमा पाई है।
भारतीय बाजार में ऐपल का मार्केट शेयर सिर्फ एक प्रतिशत है। इसकी बड़ी वजह आईफोन की ऊंची कीमते हैं।
पिछले कुछ समय से डॉलर के मुकाबले रुपये में आई कमजोरी से भी आईफोन के दाम और ज्यादा हो गए थे, जिससे कंपनी की सेल पर असर पड़ा।
अब इस नए कदम के साथ ऐपल भारतीय बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करना चाह रही है।