कांग्रेस टूलकिट मामला: दिल्ली पुलिस ने बेंगलुरू जाकर की थी ट्विटर इंडिया MD से पूछताछ
केंद्र सरकार और ट्विटर में लगातार बढ़ रहे टकराव के बीच खबर मिली है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पिछले महीने भारत में कंपनी के प्रबंधक निदेशक (MD) मनीष महेश्वरी से पूछताछ की थी। यह पूछताछ भाजपा नेताओं के 'कांग्रेस टूलकिट' से जुड़े ट्विट्स पर मैनिपुलेटेड मीडिया का लेबल लगाने से संबंधित थी। इसके लिए स्पेशल सेल की टीम 31 मई को बेंगलुरू गई थी। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या है कांग्रेस की टूलकिट का मामला?
पिछले महीने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर टूलकिट इस्तेमाल कर देश और प्रधानमंत्री मोदी की छवि खराब करने का आरोप लगाया था। इसको लेकर 18 मई को पात्रा और पार्टी महासचिव बीएल संतोष ने दो डॉक्यूमेंट के स्क्रीनशॉट ट्वीट किए थे। दूसरी ओर कांग्रेस ने आरोपों का खंडन करते हुए फर्जी टूलकिट को एक चाल के रूप में पेश करने का आरोप लगाया था। बाद में ट्विटर ने पात्रा के ट्वीट्स को मैनिपुलेटेड मीडिया बताया था।
संबित पात्रा से अभी तक नहीं हुई पूछताछ
कांग्रेस ने 'फर्जी टूलकिट' का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दी थी। इसके बाद पुलिस ने समन भेजकर ट्विटर के अधिकारियों, कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रमुख रोहन गुप्ता और प्रवक्ता एमवी राजीव गौड़ा को पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि, अभी तक संबित पात्रा को पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया है। इस संबंध में ट्विटर के गुरुग्राम और दिल्ली कार्यालय में जाने के बाद स्पेशल सेल ने बेंगलुरू जाकर महेश्वरी से पूछताछ की थी।
लगभग दो घंटे तक चली थी महेश्वरी से पूछताछ
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "जांच अधिकारी की तरफ से महेश्वरी को नोटिस भेजा गया था। जांच अधिकारी ने बताया कि वो उनके घर आकर पूछताछ कर सकते हैं। महेश्वरी में उनसे बेंगलुरू आकर पूछताछ करने को कहा, जिसके बाद दो इंस्पेक्टर और एक वरिष्ठ अधिकारी उनसे पूछताछ करने गए थे।" लगभग दो घंटे तक चली पूछताछ में पुलिस ने महेश्वरी से टूलकिट और मैनिपुलेटेड लेबल से जुड़े सवाल पूछे थे।
ट्विटर कार्यालय में क्यों गई थी पुलिस?
स्पेशल सेल के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि इस मामले में ट्विटर को पहले भी नोटिस भेजे गए थे, लेकिन कंपनी की तरफ से 'उचित जवाब' नहीं मिला। उसके बाद टीम ने खुद जाकर नोटिस देने का फैसला किया। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता चिन्मॉय बिस्वाल ने कहा कि बाद में टीम ने ट्विटर के दिल्ली और गुरुग्राम कार्यालय का दौरा किया। ऐसा इसलिए जरूरी था क्योंकि कंपनी के MD की तरफ से मिले जवाब अस्पष्ट थे।
अधिकारी बोले- पात्रा से जल्दी हो सकती है पूछताछ
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि टूलकिट मामले में FIR दर्ज करने और संबंधित पक्षों को समन देने से पहले अभी प्राथमिक जांच चल रही है। संबित पात्रा को भी इस मामले में पूछताछ के लिए समन भेजा जा सकता है।
कांग्रेस नेता को 21 मई को मिला था नोटिस
कांग्रेस नेता गौड़ा ने कहा कि उन्हें दिल्ली पुलिस की तरफ से 21 मई को नोटिस मिला था। उन्होंने दिल्ली पुलिस को बता दिया है कि वो इस मामले में छत्तीसगढ़ में पात्रा और भाजपा के वरिष्ठ नेता रमन सिंह के खिलाफ दर्ज FIR को आगे लेकर जाएंगे। गौड़ा ने कहा कि इस मामले में दिल्ली पुलिस की जांच संतोषजनक तरीके से आगे नहीं बढ़ रही इसलिए उन्होंने छत्तीसगढ़ की FIR में खुद को सह-शिकायतकर्ता बना लिया है।
ट्विटर ने भारत में गंवाया मध्यस्थ का दर्जा
केंद्र सरकार की नई गाइडलाइंस का पालन न करने के कारण ट्विटर ने 'सोशल मीडिया मध्यस्थ' का अपना दर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी (IT) अधिनियम के तहत प्राप्त कानूनी कार्रवाई से सुरक्षा खो दी है। यह दर्जा खोने के बाद यूजर्स की पोस्ट की जिम्मेदारी भी ट्विटर पर होगी और उनकी पोस्ट के लिए ट्विटर पर कार्रवाई की जा सकेगी। बीते कुछ दिनों से नए नियमों के पालन को लेकर ट्विटर और केंद्र सरकार आमने-सामने हैं।