पंजाब: प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मामले में तत्कालीन DGP समेत अन्य अधिकारियों पर कार्रवाई
क्या है खबर?
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जनवरी 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक मामले में तत्कालीन पुलिस महानिदेशक (DGP) एस चट्टोपाध्याय समेत दो अन्य अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
इन दो अधिकारियों में फिरोजपुर रेंज के तत्कालीन पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) इंदरबीर सिंह और तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) हरमनदीप सिंह हंस शामिल हैं, जबकि अन्य अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
कई पुलिस अधिकारी पहले ही निलंबित हो चुके हैं।
अधिकारी
पंजाब सरकार ने कई पुलिस अधिकारियों से मांगा स्पष्टीकरण
इस मामले में पंजाब सरकार के गृह विभाग की ओर से कार्मिक विभाग को एक पत्र जारी किया गया है।
इसमें तत्कालीन ADGP (कानून व्यवस्था) नरेश अरोड़ा, तत्कालीन ADGP साइबर क्राइम जी नागेश्वर राव के साथ ही मुखविंदर सिंह चीना (तत्कालीन IGP पटियाला रेंज) और अन्य अधिकारियों से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।
इनसे पूछा गया है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट की सिफारिश के अनुसार उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों नहीं होनी चाहिए?
आरोप
गृह मंत्रालय ने कहा- सुरक्षा में चूक के लिए पंजाब सरकार जिम्मेदार
गृह मंत्रालय ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की जानकारी पंजाब सरकार को दी गई थी और वह सुरक्षा जुड़े इंतजाम करने में विफल साबित हुई।
मंत्रालय का आरोप है कि जब प्रधानमंत्री का यात्रा मार्ग को बदल गया तो पंजाब सरकार को अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए थी, ताकि प्रधानमंत्री का काफिला वहां से गुजर सके।
याचिका
सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई थी याचिका
पंजाब सरकार ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री का यात्रा मार्ग अंतिम समय में बदल दिया गया था, जिसके कारण यह चूक हुई। पंजाब सरकार ने कहा कि प्रधानमंत्री को कोई खतरा नहीं था।
इस मामले को लेकर एक संगठन द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर पंजाब पुलिस के आलाधिकारियों के निलंबन की मांग गई थी।
याचिका पर सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में एक जांच समिति गठित की थी।
समिति
मामले में गृह मंत्रालय ने गठित की थी तीन सदस्यीय जांच समिति
गृह मंत्रालय ने तीन सदस्यीय समिति को इस मामले की जांच सौंपी थी। समिति ने प्रधानमंंत्री की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार पंजाब पुलिस के 12 से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंजाब के मुख्य सचिव वीके जंजुआ ने इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है। 5 जनवरी, 2022 को प्रदर्शनकारियों के चलते प्रधानमंत्री मोदी का काफिला करीब 20 मिनट तक एक फ्लाईओवर पर खड़ा रहा था।
मामला
क्या है प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक का मामला?
5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के भठिंडा से हुसैनीवाला जा रहे थे। उन्हें यह सफर हेलीकॉप्टर से तय करना था, लेकिन खराब मौसम के चलते ऐसा नहीं हो सका।
इसक बाद उनका काफिला सड़क मार्ग से आगे बढ़ गया। हुसैनीवाला से 30 किलोमीटर पहले प्रदर्शनकारियों ने सड़क को बंद कर रखा था।
ऐसे में प्रधानमंत्री को 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर खड़े रहना पड़ा था, जो प्रधानमंत्री को होने वाले खतरे को देखते हुए बड़ी बात है।