पंजाब: मुख्यमंत्री मान ने किया 26,454 सरकारी नौकरियों का ऐलान, पढ़ें कहां कितने पद
पंजाब में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने शपथ ग्रहण समारोह के 50 दिनों के भीतर अपना दूसरा वादा पूरा कर दिखाया है। पंजाब सरकार ने राज्य में खाली पड़े 26,454 पदों पर भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है। इस भर्ती अभियान के जरिए पंजाब सरकार के 25 विभागों में विभिन्न पदों को नियुक्ति की जाएगी।
पंजाब पुलिस में 10,000 से अधिक पदों पर होगी भर्ती
इस भर्ती अभियान के तहत सबसे अधिक नौकिरयां पंजाब पुलिस में निकाली गई हैं, इसमें 10,314 पदों पर नियुक्ति की जाएगी। इसके बाद शिक्षा विभाग में 6,452 भर्ती होंगी और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग में 2,188 लोगों को भर्ती किया जाएगा।
सोमवार को पंजाब कैबिनेट ने दी थी मंजूरी
सोमवार को पंजाब कैबिनेट ने राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में 26,000 से अधिक पदों पर भर्ती को मंजूरी दी थी। इस बैठक में यह भी निर्णय लिया गया था कि ग्रुप C के पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया के दौरान इंटरव्यू का आयोजन नहीं किया जाएगा। चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) ने जनता से सरकारी विभागों में खाली पड़े 25,000 पदों को भरने का वादा किया था, जिसे इस भर्ती के तहत पूरा किया जा रहा है।
पंजाब मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर दी जानकारी
भर्ती के लिए आवेदन कहां करना होगा?
पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड और बाबा फरीद यूनिवर्सिटी में होने वाली भर्ती के लिए आधिकारिक वेबसाइट www.pspcl.in और www.bfuhs.ac.in पर आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वहीं, पंजाब सबोर्डिनेट सर्विस सिलेक्शन बोर्ड के तहत होने वाली भर्ती आधिकारिक वेबसाइट www.sssb.punjab.gov.in पर 23 मई से शुरू होगी। पंजाब लोक सेवा आयोग (PPSC) के तहत होने वाली भर्ती के लिए अभी तारीख निर्धारित नहीं हुई है। इसके लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट www.ppsc.gov.in पर नजर बनाए रखें।
पंजाब में बेरोजगारी दर कितनी है?
अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में पंजाब की बेरोजगारी दर 7.84-8.2 प्रतिशत दर्ज की गई। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अप्रैल, 2022 में पंजाब की बेरोजगारी दर 7.2 प्रतिशत है। हालांकि, महिलाओं के बीच बेरोजगारी दर 34 प्रतिशत है जो कि राज्य में पुरूषों की बेरोजगारी दर से पांच गुना अधिक है रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि शिक्षित लोगों के बीच में बेरोजगारी दर ज्यादा है।