पाकिस्तान: पेशावर में दो सिखों की गोली मारकर हत्या, आठ महीनों में ऐसी दूसरी घटना
क्या है खबर?
पाकिस्तान के पेशावर में दो सिखों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
मृतकों की पहचान 42 वर्षीय रंजीत सिंह और 38 वर्षीय कुलजीत सिंह के तौर पर हुई है। दोनों सारबांद इलाके के बट्टा लाल चौक में मसालों की दुकान चलाते थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों रविवार को अपनी दुकानों पर बैठे थे, इसी दौरान बाइक पर पहुंचे दो अज्ञात हमलावरों ने उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी।
जानकारी
हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए चलाया जा रहा अभियान
द डॉन के अनुसार, सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शवों को अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और सबूत जुटाए जा रहे हैं। जांच टीम आसपास के इलाके में लगे CCTV कैमरों की फुटेज को भी खंगाल रही है।
हत्या कर फरार हुए हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बयान
निशाना बनाकर की गईं हत्याएं- PSGPC
पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (PSGPC) के सदस्य सतवंत सिंह ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि ये निशाना बनाकर की गई हत्याएं हैं। दोनों पगधारी सिख थे और अपनी दुकान पर बैठे थे। तभी बाइक पर सवार हमलावरों ने उन पर गोलियां चला दीं।
पिछले आठ महीनों में पेशावर में अल्पसंख्यकों पर हुआ यह दूसरा हमला है। पिछले साल सितंबर में यहां एक दवाखाने के बाहर सिख व्यक्ति की गोली मारकर हत्या की गई थी।
निंदा
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने की घटना की निंदा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने मुख्यमंत्री को आम लोगों और खासकर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के कदम उठाने को कहा है।
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस को तुरंत आरोपियों को पकड़ने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि इस हमले का मकसद पेशावर की कानून-व्यवस्था को बिगाड़ना था।
प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने भी घटना की आलोचना की
बिलावल भुट्टो ने इस हमले को अंजाम देने वाले हमलावरों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि किसी को भी देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जा सकती।
दूसरी तरफ गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने इस घटना को लेकर खैबर पख्तूनख्वा सरकार की आलोचना करते हुए रिपोर्ट तलब है। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय सरकार अल्पसंख्यकों को बचाने में विफल रही है।
कई अन्य नेताओं ने भी इस घटना की निंदा की है।
जानकारी
भगवंत मान की विदेश मंत्री से मामला उठाने की मांग
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस घटना की निंदा की है। साथ ही उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मांग की है कि वो पाकिस्तान से बात कर वहां रहे हिंदुओं और सिखों की सुरक्षा का मुद्दा उठाएं।