पंजाब: चन्नी सरकार छोटे और सीमांत किसानों का 2 लाख तक का कर्ज करेगी माफ
क्या है खबर?
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शुक्रवार को किसानों के लिए कर्ज माफी की घोषणा की।
चन्नी ने बताया कि पंजाब के एक लाख से अधिक छोटे और सीमांत किसान, जिनके पास पांच एकड़ से कम जमीन है, उनका दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया जाएगा।
चन्नी के अनुसार यह फैसला अगले 10 दिनों में लागू हो जाएगा।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक चन्नी सरकार ने भूमिहीन मजदूरों का कर्ज माफ करने की घोषणा भी की है।
मांग
चन्नी सरकार से कृषि कर्ज माफी की मांग कर रहे किसान
गुरुवार को पंजाब के 32 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी मांगें रखी थीं।
किसानों ने सरकार से कृषि ऋण माफी और हाईवे के लिए अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा देने की मांग की थी।
किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज सभी प्राथमिकियों (FIR) को रद्द करने की भी मांग की थी।
राज्य सरकार और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच अगली बैठक 29 दिसंबर को होगी।
राहत
कृषि आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज FIR होंगी रद्द- चन्नी
मुख्यमंत्री चन्नी ने संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की एक और बड़ी मांग को मान लिया।
चन्नी ने घोषणा की कि पंजाब पुलिस द्वारा कृषि आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज की गई FIR को 31 दिसंबर तक रद्द कर दिया जाएगा।
चन्नी ने इसके लिए पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) को आवश्यक औपचारिकताएं तुरंत पूरी करने का निर्देश दिया ताकि विभिन्न किसानों के खिलाफ दर्ज सभी FIR को रद्द किया जा सके।
विरोध
पंजाब में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे किसान संगठन
पिछले चार दिनों से पंजाब में किसान संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
किसानों की मांग थी कि कृषि ऋण को पूरी तरह से माफ किया जाए और कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए।
किसानों ने कई जिलों में ट्रेन की पटरियां भी अवरुद्ध की जिससे 400 से अधिक ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई।
किसानों के एक समूह ने बुधवार को लुधियाना में उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया।
घोषणा
चन्नी सरकार ने इन मुद्दों पर भी किए एलान
मुख्यमंत्री चन्नी ने राज्य के अन्य वर्गों को साधने के लिए भी कई ऐलान किए।
चन्नी ने राज्य की सवर्ण आबादी के लिए सामान्य वर्ग आयोग बनाने की घोषणा की।
राज्य के हिन्दू मतदाताओं को लुभाने के लिए भगवत गीता और रामायण के अध्ययन के लिए एक अध्ययन केंद्र स्थापित करने की घोषणा की।
वहीं पंजाबी फिल्म और संगीत उद्योग से जुड़े लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए भी कई ऐलान किए।