तमिलनाडु में किसानों के लिए खुशखबरी, सरकार ने माफ किया 12,000 करोड़ का कृषि ऋण
क्या है खबर?
कृषि कानूनों को निरस्त कराने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच तमिलनाडु से किसानों के लिए खुशखबरी आई है।
तमिलनाडु सरकार ने राज्य में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राज्य के 16 लाख किसानों द्वारा सहकारी बैंकों से लिए गए कुल 12,110 करोड़ रुपये के कृषि ऋण को माफ करने का ऐलान किया है।
इससे राज्य के किसानों के चेहरों पर खुशी की लहर छा गई है।
लाभ
राज्य के 16.43 लाख किसानों को मिलेगा लाभ- पलानीस्वामी
कृषि ऋण माफी की घोषणा करने के साथ मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने कहा कि सहकारी बैंकों से कृषि ऋण लेने वाले 16.43 लाख किसानों को सरकार के इस फैसले से लाभ मिलेगा।
यह योजना तत्काल प्रभाव से लागू की जाएगी और इसके लिए आवश्यक वित्तीय संसाधन सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि कोरोना महामारी और दो चक्रवातों से प्रभावित किसानों को पुनर्जीवित करने में मदद करना बहुत महत्वपूर्ण कदम है।
जानकारी
कृषि पर निर्भर है तमिलनाडु की 70 प्रतिशत आबादी
बता दें कि सरकार की इस घोषणा से किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा। इसका कारण यह है कि वर्तमान में राज्य की 70 प्रतिशत से अधिक आबादी कृषि पर ही निर्भर है और इसी के जरिए वह अपने परिवार का पालन-पोषण कर रही है।
तंज
मुख्यमंत्री ने DMK पर कसा तंज
मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने एमके स्टालिन के नेतृत्व वाले विपक्षी पार्टी DMK पर तंज कसते हुए कहा कि AIADMK ही एकमात्र पार्टी है जो अपने वादों को पूरा करती है और नियमित रूप से कल्याणकारी योजनाएं लागू करती है।
उन्होंने आगे कहा कि DMK ने हर किसान को दो एकड़ जमीन देने का वादा किया है, लेकिन उसे आज तक पूरा नहीं किया गया है। ऐसे में राज्य के लोगों को भी उनकी कथनी और करनी का अंतर पता है।
पृष्ठभूमि
स्टालिन ने बुधवार को किया था कर्ज माफी का वादा
बता दें कि गत बुधवार को DMK अध्यक्ष स्टालिन ने एक सभा में घोषणा की थी कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वो कृषि ऋण, स्वर्ण ऋण और शिक्षा ऋण को माफ कर देंगे।
उन्होंने कहा था 2006 विधानसभा चुनावों से पहले DMK ने 7,000 करोड़ रुपये के सहकारी ऋणों को माफ करने का वादा किया था और जब एम करुणानिधि मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने सबसे पहले ऋणों को माफ करने के आदेश पर हस्ताक्षर किए थे।
जानकारी
स्टालिन ने कृषि कानूनों पर भी बोला था हमला
स्टालिन ने कहा था कि तीनों कृषि कानून किसानों को बुरी तरह प्रभावित करने वाले हैं। इसी वजह से पूरे देश में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने सत्ता में आने पर कानूनों को वापस लिए जाने तक विरोध करने की बात कही थी।
समीकरण
भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी AIADMK
बता दें तमिलनाडु में 234 विधानसभा सीटों पर इस साल मई में चुनाव होने की संभावना है।
इसमें सत्ताधारी AIADMK एक बार फिर से भाजपा के साथ चुनाव लड़ेगी। उसका प्रमुख मुकाबला DMK के साथ होगा।
2019 में 39 सीटों पर हुए उपचुनावों में AIADMK को करारी हार मिली थी, लेकिन वह अब फिर से DMK को टक्कर देने की तैयारी में है।
इस बार अभिनेता से नेता बने कमल हसन की पार्टी भी चुनावी मैदान में उतरेगी।