हरियाणा के बहादुरगढ़ में तेज रफ्तार ट्रक ने महिला किसानों को कुचला, तीन की मौत
क्या है खबर?
हरियाणा के बहादुरगढ़ में गुरुवार सुबह एक तेज रफ्तार ट्रक ने छह महिला किसान आंदोलनकारियों को कुचल दिया। हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई है, जबकि तीन की हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस ने बताया कि ये महिलाएं किसान आंदोलन में हिस्सा लेने आई थीं और पंजाब के मानसा स्थित अपने गांव वापस जाने के लिए ऑटो रिक्शा का इंतजार कर रही थीं।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हादसे की जांच शुरू कर दी है।
हादसा
सुबह करीब 6 बजे हुआ हादसा
हादसे में जान गंवाने वाली महिलाओं की पहचान मानसा जिले की अमरजीत कौर, गुरमैल कौर और हरसिंदर कौर के रूप में हुई है। इनमें से दो महिलाओं ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था, जबकि एक की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि ये हादसा सुबह करीब 6 बजे हुआ था, जब ये महिलाएं रेलवे स्टेशन जाने के लिए ऑटो रिक्शा के इंतजार में डिवाइडर पर खड़ी थीं।
जानकारी
दो महिलाओं की हालत खतरे से बाहर
झज्जर के पुलिस अधीक्षक (SP) वसीम अकरम ने हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं को कुचलने वाला ट्रक मिट्टी से भरा हुआ था। ट्रक की चपेट में आने से दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।
उन्होंने आगे बताया कि घायल महिलाओं को इलाज के लिए PGI रोहतक में भर्ती कराया गया है, जहां दो महिलाओं की हालत खतरे से बाहर है।
जानकारी
हादसे के बाद ट्रक ड्राइवर फरार
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, ये सभी महिलाएं मानसा जिले के भिखी खंड के दियालुवाला गांव की रहने वाली हैं। हादसे के बाद ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया है और अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
बता दें कि बहादुरगढ़ टिकरी बॉर्डर के पास है और यहां पिछले साल नवंबर से ही किसान धरने पर बैठे हुए हैं। ये किसान केंद्र सरकार से तीन नए कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
संवेदना
राहुल गांधी ने प्रकट की संवेदनाएं
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी हादसे को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, 'भारत माता- देश की अन्नदाता- को कुचला गया है। ये क्रूरता और नफ़रत हमारे देश को खोखला कर रही है। मेरी शोक संवेदनाएँ।'
भारतीय किसान यूनियन के सदस्य सतवंत सिंह ने बताया कि ये महिलाएं किसान आंदोलन में भाग लेकर वापस लौट रही हैं। ऐसा लग रहा है कि आरोपी ड्राइवर को नींद आने के कारण यह हादसा हुआ है।
पुरानी घटना
लखीमपुर में भी किसानों पर चढ़ाई गई थी गाड़ी
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के दौरे के समय हिंसा हुई थी, जिसमें चार आंदोलनकारी किसानों समेत कुल आठ लोगों की मौत हुई थी।
आरोप है कि एक कार्यक्रम से लौटते समय मिश्रा के बेटे आशीष ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे चार किसान की मौत हो गई।
बाद में भीड़ ने दो भाजपा कार्यकर्ताओं और ड्राइवर को पीट-पीट कर मार दिया। हिंसा में एक पत्रकार की भी मौत हुई थी।