आज 11 बजे शपथ लेंगे पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी
पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी आज सुबह 11 बजे शपथ लेंगे। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पूरे दिन चले नाटकीय घटनाक्रमों के बीच रविवार शाम को चन्नी के नाम का ऐलान किया गया था और इसके बाद वो राज्यपाल से मिलने राजभवन गए थे। चन्नी पंजाब के पहले दलित सिख मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस एक जट सिख और एक हिंदू नेता को उप मुख्यमंत्री भी बना सकती है।
अमरिंदर सरकार में मंत्री थे चन्नी
रूपनगर की चमकौर साहिब विधानसभा से विधायक चन्नी राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं। पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और वहां की करीब एक तिहाई आबादी दलित है। कई जानकारों का कहना है कि चुनावों से पहले चन्नी को पंजाब की कमान सौंपना कांग्रेस के लिए फायदेमंद कदम हो सकता है। चन्नी अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे और वो उन नेताओं शामिल हैं, जिन्होंने कैप्टन के खिलाफ बगावत की शुरुआत की थी।
ये हो सकते हैं उप मुख्यमंत्री
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस सुखजिंदर सिंह रंधावा को जट सिख चेहरे के तौर पर उप मुख्यमंत्री बना सकती है। रंधावा को मुख्यमंत्री बनाने पर भी विचार किया गया था, लेकिन बताया जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू इसके लिए तैयार नहीं थे। वहीं हिंदू चेहरे के तौर पर ब्रह्म सिंह महिंद्रा, विजय इंद्र सिंगला या भारत भूषण आशू में से किसी एक को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
राहुल गांधी ने दी बधाई
मुख्यमंत्री के तौर पर चन्नी का नाम घोषित होने के बाद राहुल गांधी ने उन्हें बधाई देते हुए ट्विटर पर लिखा, 'हमें पंजाब के लोगों से किए गए वादे पूरे करना जारी रखना होगा। उनका विश्वास सर्वोपरि है।' कहा जा रहा है कि राहुल गांधी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे। वहीं सिद्धू ने चन्नी को मुख्यमंत्री बनाए जाने को ऐतिहासिक बताते हुए ट्विटर पर लिखा कि यह इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।
कैप्टन ने भी दी बधाई
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री चुने जाने पर बधाई दी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "मुझे उम्मीद है कि वो सीमाई प्रांत पंजाब को सुरक्षित रखने और सीमा पार से बढ़ रहे खतरों से लोगों को बचाने में कामयाब होंगे।"
इन नामों को पछाड़कर आगे बढ़े चन्नी
पंजाब के नए मुख्यमंत्री की रेस में सबसे पहले सुनील जाखड़ का नाम सबसे आगे चल रहा था। रविवार दोपहर तक खबरें आने लगीं कि जाखड़ के नाम पर पंजाब के सांसद राजी नहीं हैं और सुखजिंदर सिंह रंधावा को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी जा सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जाखड़ और रंधावा के अलावा प्रताप सिंह बाजवा, सुखविंदर सिंह सरकारिया और तृत्प राजिंदर बाजवा के नाम भी रेस में शामिल थे।
अंबिका सोनी ने किया मुख्यमंत्री बनने से इनकार
रंधावा के नाम पर विचार से पहले कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी को मुख्यमंत्री बनने का ऑफर दिया था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। सोनी ने कहा कि पार्टी को किसी सिख नेता को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाना चाहिए। पंजाब के होशियारपुर से संबंध रखने वालीं अंबिका सोनी ने राहुल गांधी से कहा कि अगर कांग्रेस किसी सिख नेता को मुख्यमंत्री नहीं बनाती है तो उसे चुनावों में इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
कैप्टन ने शनिवार को दिया था इस्तीफा
पंजाब कांग्रेस में जारी खींचतान के बीच शनिवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपने साथ पूरी मंत्रिपरिषद का भी इस्तीफा राज्यपाल को सौंपा था। नए मुख्यमंत्री का नाम तय होने के बाद अब कांग्रेस को पूरी कैबिनेट का गठन करना होगा। बता दें पंजाब में पिछले काफी समय से अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच टकराव चल रहा था और पार्टी दो खेमों में बंटी हुई थी।