बजट सत्र: राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में CAA को बताया ऐतिहासिक, विपक्ष के सांसदों का हंगामा
आज बजट सत्र की शुरूआत करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद के संयुक्त सदन को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने नागरिकता कानून (CAA) को ऐतिहासिक कानून बताते हुए कहा कि इसने महात्मा गांधी के सपने को पूरा किया है। राष्ट्रपति कोविंद के ऐसा कहने के बाद सरकार के समर्थक सांसदों ने जहां तालियां बजाईं वहीं विपक्ष के सांसदों ने जमकर हंगामा किया। बता दें कि हर साल बजट सत्र की शुरूआत राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ होती है।
CAA पर क्या बोले राष्ट्रपति?
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, "CAA एक ऐतिहासिक कानून है। मैं खुश हूं कि संसद के दोनों सदनों ने CAA को पारित करके राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों को पूरा किया। भारत ने हमेशा सर्वपंथ विचारधारा में यकीन किया है। लेकिन भारत विभाजन के समय भारतवासियों और उनके विश्वास पर प्रहार किया गया। विभाजन के बाद बने माहौल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान के हिंदू और सिख, जो वहां नहीं रहना चाहते, वो भारत आ सकते हैं।"
प्रदर्शनों के दौरान हिंसा करती है लोकतंत्र को कमजोर- राष्ट्रपति कोविंद
अपने अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों पर भी अप्रत्यक्ष टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जहां किसी भी मुद्दे पर बहस और विचार विमर्श से लोकतंत्र मजबूत होता है वहीं प्रदर्शनों के दौरान हिंसा इसे कमजोर करती है। बता दें कि राष्ट्रपति के अभिभाषण को केंद्रीय कैबिनेट बनाकर देती है और इसमें कही गई बातों को सरकार का आधिकारिक पक्ष माना जाता है।
अनुच्छेद 370 को हटाए जाने को भी बताया ऐतिहासिक फैसला
अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति कोविंद ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की निंदा की और विश्व समुदाय से इस पर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा। इसके अलावा उन्होंने जम्मू-कश्मीर से संबंधित अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35A को हटाए जाने को भी ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा, "संसद के दोनों सदनों द्वारा दो-तिहाई बहुमत से संविधान के अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35A को हटाना न केवल ऐतिहासिक है बल्कि इससे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के बराबर विकास का रास्ता भी साफ हुआ है।"
भारतीय अर्थव्यवस्था की नींव मजबूत-राष्ट्रपति कोविंद
भारतीय अर्थव्यवस्था की नींव को मजबूत बताते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार भारत को 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार के कामकाज का ब्यौरा देते हुए उन्होने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सरकार ने सेल्फ-हेल्प समूह शुरू किए हैं जिनसे 6.60 करोड़ महिलाएं जुड़ चुकी हैं। किसानों पर उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को उनकी फसल की लागत पर कम से कम 1.5 गुना मुनाफा देने की कोशिश कर रही है।
"आयुष्मान भारत य़ोजना से मिला 75 लाख गरीब लोगों को फायदा"
राष्ट्रपति ने देश के वैज्ञानिकों की पीठ भी थपथपाई
वित्त मंत्री ने पेश किया आर्थिक सर्वेक्षण
राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। इसमें 2020-2021 में भारत की विकास दर 6-6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है। इसके बाद लोकसभा को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया।