पिछली सरकारों ने डाली मजबूत नींव, इसलिए संभव है 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था- प्रणब मुखर्जी
क्या है खबर?
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को कहा है कि मोदी सरकार का देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का सपना पिछली सरकारों द्वारा डाली गई मजबूत नींव और उनके द्वारा किए गए कार्यों के कारण ही संभव है।
इस दौरान उन्होंने योजना आयोग को भंग करने के लिए मौजूदा सरकार की सख्त आलोचना की।
बता दें कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में शामिल रहे मुखर्जी खुद कई बार देश के वित्त मंत्री रह चुके हैं।
बयान
"अंग्रेजों ने नहीं भारतीयों ने डाली मजबूत नींव"
दिल्ली में एक कार्यक्रम में मुखर्जी ने कहा, "बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा था कि 2024 तक भारतीय अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी। ये अपने आप नहीं हो रहा। इसके लिए एक मजबूत नींव है और ये नींव अंग्रेजों ने नहीं बल्कि आजादी के बाद भारतीयों ने डाली है।"
बता दें कि 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाना मोदी सरकार का एक बड़ा सपना है और निर्मला सीतारमण ने बजट के समय इसका जिक्र किया था।
उपलब्धि
मुखर्जी ने कहा, आजादी के बाद कहां से आज कहां आ गए हैं
अपने भाषण में प्रणब मुखर्जी ने आगे कहा, "जो कांग्रेस के 55 साल के राज की आलोचना करते हैं, वो ये नजरअंदाज कर रहे हैं कि आजादी के समय भारत कहां था और अब कहां आ गया है।"
उन्होंने कहा, "बाकियों ने भी योगदान दिया है, लेकिन आधुनिक भारत की नींव हमारे संस्थापकों ने डाली थी, जिनका आज के विपरीत जब योजना आयोग को भंग किया जा चुका है, योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था पर पुख्ता भरोसा था।"
जानकारी
प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में किया था योजना आयोग को भंग
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में पहली बार सत्ता में आने के बाद आजादी के बाद से चले आ रहे योजना आयोग को भंग कर दिया था, जिसकी जगह नीति आयोग का निर्माण किया गया।
मजबूत नींव
"कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था को जीरो से 1.8 ट्रिलियन तक पहुंचाया"
मुखर्जी ने कहा, "जो कांग्रेस राज की आलोचना करते हैं, वो भूल जाते हैं कि हमने कहां से शुरूआत की थी और कहां छोड़ा। अगर भारतीय अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर की बनाना है तो हमने लगभग जीरो से 1.8 ट्रिलियन डॉलर की मजबूत नींव छोड़ी है।"
उन्होंने कहा कि 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने की नींव जवाहर लाल नेहरू, मनमोहन सिंह और नरसिम्हा राव समेत पिछली सरकारों ने डाली है।
प्रशंसा
पिछली कांग्रेस सरकारों की तारीफ
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आगे कहा, "भारत ने तेजी से विकास किया है क्योंकि जवाहर लाल नेहरू और अन्य नेताओं ने IIT, ISRO, IIM जैसे संस्थान बनाए। इनको डॉ मनमोहन सिंह और नरसिम्हा राव ने आगे बढ़ाया, जब उन्होंने अर्थव्यवस्था का उदारीकरण किया। इससे भारत की आर्थिक क्षमता को उजागर किया।"
उन्होंने आगे कहा, "इसी नींव की बदौलत आज वित्त मंत्री ये दावा कर सकती हैं कि भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेगी।"
भाषण
मंगलयान और अंग्रेजों का भी जिक्र
मुखर्जी ने अपने लेक्चर में अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की सफलता पर भी बात की।
उन्होंने कहा, "मंगलयान भेजना जादू की वजह से नहीं बल्कि मजबूत नींव पर लगातार प्रयासों के कारण संभव हो पाया।"
अपने भाषण में उन्होंने अंग्रेजों द्वारा भारतीयों के शोषण और भारत इससे कैसे उभरा, इसके कई उदाहरण दिए और कहा, "शारीरिक तौर पर भारत को कई बार जीता जा चुका है, लेकिन आध्यात्मिक तौर पर नहीं और भारत हमेशा इससे उभरा है।"
रिपोर्ट
2005-2016 के बीच गरीबी से बाहर निकले 27 करोड़ लोग
बता दें कि पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि 2005-2016 के दौरान भारत में 27.1 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया था।
इस मामले में भारत कुल दो अरब की आबादी वाले 10 देशों में पहले स्थान पर था।
इस अंतराल के दौरान ज्यादातर समय मनमोहन सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस के गठबंधन UPA की सरकार रही थी। खुद प्रणब मुखर्जी इस UPA सरकार में वित्त मंत्री रहे थे।