
आजम खान के विवादित बयान पर हंगामा तेज, सदन से निलंबित करने की मांग
क्या है खबर?
समाजवादी पार्टी सांसद आजम खान के लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी की महिला सांसद रमा देवी पर विवादित टिप्पणी का मामला बढ़ता जा रहा है।
शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, निर्मला सीतारमण और रविशंकर प्रसाद समेत सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई नेताओं ने आजम खान पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
सांसदों के इस विरोध के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि वह सभी पार्टियों के नेताओं से बात करने के बाद इस पर फैसला लेंगे।
विवादित बयान
क्या कहा था आजम खान ने?
उत्तर प्रदेश के रामपुर से सांसद आजम खान ने गुरुवार को तीन तलाक बिल पर बहस के दौरान उस समय लोकसभा की अध्यक्षता कर रहीं भाजपा सांसद रमा देवी पर विवादित टिप्पणी की थी।
उन्होंने कहा था, "मैं तो आपको इतना देखूं कि आप कहें कि नजर हटा लो...आप मुझे इतनी अच्छी लगती है, इतनी प्यारी लगती हैं कि मैं आपकी आंखों में आंखें डाले रहूं ये मेरा मन करता है। मैं कभी नजर न हटाऊं आपसे।"
जानकारी
रमा देवी ने की थी माफी की मांग
रमा देवी और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने तभी आजम से बयान पर माफी मांगने को कहा था। इसके जवाब में आजम ने कहा था कि रमा उनकी बहन जैसी हैं और उन्होंने कुछ गलत कहा है तो वह इस्तीफा देने को तैयार हैं।
विरोध
ईरानी ने कहा, आज तक सदन में किसी ने ऐसी हिमाकत नहीं की
मामले पर शुक्रवार को भी जबरदस्त हंगामा देखने को मिला।
स्मृति ईरानी ने आजम पर हमला करते हुए कहा, "मेरे 7 साल के संसदीय कार्यकाल में आज तक किसी पुरुष ने सदन में इस तरह की हिमाकत नहीं की। यह विषय महिला का नहीं है। इस सदन में और दूसरे सदन में भी कई पुरुषों ने अपने सामाजिक, राजनीतिक कार्यकाल में महिलाओं के संरक्षण के लिए आवाज उठाई है। यह महिला नहीं, पुरुषों का भी अपमान है।"
बयान
"पूरे देश ने देखा कैसे सदन शर्मसार हुआ"
ईरानी ने कहा था, "यह ऐसा सदन नहीं जहां पुरुष किसी महिला की आंखों में झांकने के लिए आते हैं। यह पूरे देश ने देखा है कि कैसे यह सदन शर्मसार हुआ। इस सदन में बातचीत विशेषाधिकार होती.. हम चुपचाप बैठकर मूकदर्शक नहीं बन सकते।"
राजनीतिकरण
सीतारमण ने उठाए मामले के राजनीतिकरण पर सवाल
वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "पूरे देश ने जो यहां हुआ, वह देखा। मैं हर उस सदस्य की आभारी हूं, जो इसके विरोध में खड़ा हुआ। यह सिर्फ महिलाओं का अपमान नहीं बल्कि उस महिला का भी अपमान है, जो स्पीकर की भूमिका में है।
महिलाओं से जुड़े एक मुद्दे का भी राजनीतिकरण करने की कोशिश की गई है, जबकि सभी को इसके विरोध में खड़ा होना चाहिए था। इसका विरोध करने में असमंजस की स्थिति क्यों है?"
रविशंकर प्रसाद
रविशंकर ने आज भी किया आजम पर हमला
रविशंकर प्रसाद ने कल के बाद आज भी आजम पर अपना हमला जारी रखते हुए कहा, "माननीय रमाजी वरिष्ठ और सुलझी हुई नेता हैं। वह अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठी थीं। उनके खिलाफ जो टिप्पणी की गई वह इतने शर्मिंदगी भरी थी कि बोल नहीं सकता हूं। आजम या तो माफी मांगें या फिर उनको सदन के अंदर आने से सस्पेंड किया जाए।"
भाजपा के साथ-साथ तृणमूल कांग्रेस, DMK समेत अन्य दलों ने भी आजम पर कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेस का पक्ष
कांग्रेस ने कही मामला आचार समिति के पास भेजने की बात
वहीं, कांग्रेस के लोकसभा नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वह इस घटना का समर्थन नहीं करते हैं, लेकिन जिनके खिलाफ शिकायत है, उनका पक्ष भी सुना जाना चाहिए।
उन्होंने मामले को आचार समिति को भेजने की मांग की, जिस पर भाजपा सांसदों ने विरोध दर्ज कराया।
सदस्यों के इस हंगामे के बाद स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि वह सभी पार्टियों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे और उसके बाद मामले पर कोई फैसला लेंगे।