मोदी के नए मंत्रिमंडल के बारे में हर जरूरी बात, जो आपको जाननी चाहिए
क्या है खबर?
गुरुवार शाम नरेंद्र मोदी ने भारत के 15वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ले ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें और उनके मंत्रिमंडल के 57 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
प्रधानमंत्री मोदी के अलावा 24 कैबिनेट मंत्रियों, नौ राज्यमंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) और 24 राज्यमंत्रियों ने शपथ ली।
अमित शाह ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। इस बार सबसे चौंकाने वाला नाम पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर का है। उन्होंने भी मंत्री पद की शपथ ली।
जानकारी
कई पुराने चेहरों को नहीं मिली जगह
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान मंत्री रहे 40 प्रतिशत चेहरों को नई सरकार में जगह नहीं मिली है। इनमें अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, मेनका गांधी, महेश शर्मा, राधामोहन सिंह, जयंत सिन्हा आदि का नाम प्रमुख है।
कैबिनेट मंत्री
ये हैं मोदी सरकार 2 के कैबिनेट मंत्री
राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, सदानंद गौड़ा, निर्मला सीतारमण, राम विलास पासवान, नरेंद्र सिंह तोमर, हरसिमरत कौर बादल, थावरचंद गहलोत, स्मृति ईरानी, हर्षवर्धन, प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, मुख्तार अब्बास नकवी ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। ये पिछली सरकार में भी मंत्री थे।
इनके अलावा अमित शाह, एस जयशंकर, रमेश पोखरियाल, अर्जुन मुंडा, प्रह्लाद जोशी, महेंद्र नाथ पांडेय, अरविंद सावंत, गिरिराज सिंह, गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली।
जानकारी
इन नेताओं को मिला राज्यमंत्री का स्वतंत्र प्रभार
संतोष कुमार गंगवार, राव इंद्रजीत सिंह, श्रीपद नायक, जितेंद्र सिंह, किरण रिजिजू, प्रहलाद पटेल, आरके सिंह, हरदीप सिंह पुरी और मनसुख मांडविया ने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के पद की शपथ ली।
राज्यमंत्री
ये होंगे राज्यमंत्री
कैबिनेट और स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्रियों के अलावा फग्गन सिंह कुलस्ते, अश्विनी कुमार चौबे, अर्जुन राम मेघवाल, जनरल वीके सिंह, कृष्णपाल, रावसाहब दानवे, जी कृष्णा रेड्डी, अनुराग ठाकुर, सुरेश आंगड़ी, नित्यादनंद राय, रतन लाल कटारिया, वी मुरलीधरन, रेणुका सिंह, सोम प्रकाश, रामेश्वर तेली, पुरुषोत्तम रुपाला, रामदास अठावले, साध्वी निरंजन ज्योति, बाबुल सुप्रीयो, संजीव कुमार बालियान, संजय धोत्रे, प्रतापचंद्र सारंगी, कैलाश चौधरी और देबाश्री चौधरी ने राज्यमंत्री की शपथ ली।
राज्यमंत्री कैबिनेट मंत्रियों के जूनियर के रूप में काम करते हैं।
प्रो-टेम स्पीकर
मेनका गांधी चुनी गईं प्रो-टेम स्पीकर
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रहीं मेनका गांधी को प्रो-टेम स्पीकर चुना गया है।
नियमों के मुताबिक, लोकसभा के वरिष्ठतम सांसद को प्रो-टेम स्पीकर चुना जाता है। प्रो-टेम स्पीकर का काम चुनाव जीतकर आए नए सांसदों को शपथ दिलाना सदन की पहली बैठक को बुलाना होता है।
इसके बाद लोकसभा के पूरे कार्यकाल के लिए एक नया अध्यक्ष चुना जाता है। पिछली बार सुमित्रा महाजन लोकसभा स्पीकर थीं।
प्रतिनिधित्व
किस राज्य को कितना प्रतिनिधित्व
मोदी सरकार 2.0 में असम और छत्तीसगढ़ से एक-एक मंत्री, पश्चिम बंगाल से दो, जम्मू और कश्मीर से एक, अरुणाचल प्रदेश से एक, उत्तर प्रदेश से आठ, दिल्ली से एक, कर्नाटक से तीन, ओडिशा से दो, बिहार से छह मंत्री हैं।
वहीं पंजाब से तीन, महाराष्ट्र से आठ, उत्तराखंड और आंध्र प्रदेश से एक-एक, गुजरात, राजस्थान और हरियाणा से तीन-तीन, मध्य प्रदेश से चार, हिमांचल, झारखंड, गोवा और तेलंगाना से एक-एक मंत्री है।
जानकारी
मंत्रीमंडल में छह महिलाओं को मिली जगह
प्रधानमंत्री मोदी के नए मंत्रिमंडल में छह महिलाएं शामिल हैं। निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी और हरसिमरत कौर बादल ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। वहीं, साध्वी निरंजन ज्योति, रेणुका सिंह और देबाश्री चौधरी ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
औसत आयु
पिछले मंत्रिमंडल से युवा है नया मंत्रिमंडल
अमेठी से नवनिर्वाचित सांसद 43 वर्षीय स्मृति ईरानी मोदी सरकार के दूसरे मंत्रिमंडल की सबसे युवा मंत्री हैं.
वहीं, NDA के सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी के 73 वर्षीय रामविलास पासवान सबसे बुजुर्ग मंत्री हैं।
मोदी की नई कैबिनेट की औसत आयु 59.36 वर्ष है, जबकि, पिछली मोदी सरकार के पिछले मंत्रिमंडल की औसत आयु 62 साल थी। यानी नया मंत्रिमंडल अपेक्षाकृत 2 साल युवा है।
बताया जा रहा है कि आज शाम मोदी कैबिनेट की पहली बैठक होगी।
जानकारी
आज सौंपे जाएंगे मंत्रालय
प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनके मंत्रियों ने शपथ ले ली है। मंत्रियों का आज मंत्रालय सौंपे जाएंगे। आज यह पता चलेगा कि किस मंत्री को कौन सा मंत्रालय सौंपा जाता है। वित्त और विदेश मंत्रालय पर सबकी नजरें जमी हैं।
चुनावी नतीजे
ऐतिहासिक जीत के साथ सत्ता में लौटी है भाजपा
लोकसभा चुनाव के परिणाम में भारतीय जनता पार्टी ने 303 सीटों पर कब्जा किया और उसके नेतृत्व वाले NDA को 351 सीटें हासिल हुई हैं।
वहीं, कांग्रेस महज 52 सीटों पर सिमट कर रह गई और खुद राहुल गांधी अमेठी में हार गए।
इसी के साथ नरेंद्र मोदी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करने वाले पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री बन गए हैं।
2014 में 31 प्रतिशत के मुकाबले भाजपा को इस बार 37.5 प्रतिशत वोट हासिल हुए।