प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुवैत यात्रा पर रक्षा समेत क्या-क्या समझौते हुए?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले दिनों 2 दिवसीय कुवैत की यात्रा पर गए थे। इस दौरान उन्होंने 4 प्रमुख समझौते किए हैं, जिसमें रक्षा और सौर ऊर्जा भी शामिल है। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने एक विज्ञप्ति में बताया कि भारत और कुवैत के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग पर समझौता, 2025 से 2029 तक सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम, खेल के क्षेत्र में सहयोग के लिए कार्यक्रम और अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) में कुवैत की सदस्यता कराई गई है।
समझौतों का क्या है उद्देश्य?
PMO ने बताया कि रक्षा क्षेत्र में समझौते से द्विपक्षीय सहयोग को संस्थागत रूप मिलेगा, जिससे प्रमुख क्षेत्रों में प्रशिक्षण, कर्मियों और विशेषज्ञों का आदान-प्रदान, संयुक्त सैन्य अभ्यास, रक्षा उद्योग में सहयोग, रक्षा उपकरणों की आपूर्ति, अनुसंधान और विकास में एक-दूसरे की मदद की जाएगी। खेल क्षेत्र में समझौते से अनुभव साझा करने के लिए स्पोर्ट्स लीडर्स की यात्राएं होंगी। साथ ही कार्यक्रम और परियोजनाओं में भागीदारी, खेल चिकित्सा, खेल प्रबंधन, खेल मीडिया, खेल विज्ञान में विशेषज्ञता का आदान-प्रदान होगा।
ISA में कुवैत की सदस्यता से क्या होगा लाभ?
अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में कुवैत के शामिल होने से पर्यावरण के क्षेत्र में एक और देश की भागीदारी बढ़ेगी। इसमें शामिल होने पर सामूहिक रूप से सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा मिलता है और सदस्य देशों को कम कार्बन विकास पथ विकसित करने में सहायता करने के लिए सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने में आने वाली प्रमुख आम चुनौतियों को संबोधित करना होता है। सांस्कृतिक अदान-प्रदान कार्यक्रम में एक-दूसरे के देश की संस्कृति को बढ़ाया जाएगा।
43 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी 21 और 22 दिसंबर को कुवैत दौरे पर थे। यह एक ऐतिहासिक दौरा माना गया है क्योंकि पिछले 43 सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली कुवैत यात्रा थी। इससे पहले साल 1981 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस खाड़ी देश की यात्रा की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैती अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह, क्राउन प्रिंस और उनके समकक्ष से मुलाकात की थी। साथ ही उन्होंने भारतीय समुदाय से बात की थी।
मोदी को मिला सम्मान
यात्रा पर कुवैत ने रविवार को प्रधानमंत्री मोदी को अपने सर्वोच्च सम्मान 'द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' से सम्मानित किया। 'द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' को कुवैत का एक नाइटहुड ऑर्डर माना जाता है। यह ऑर्डर मित्रता के प्रतीक के रूप में राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी संप्रभुओं और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है। इससे पहले यह सम्मान पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स और जॉर्ज बुश जैसी हस्तियों को मिल चुका है।