संसद की सुरक्षा में सेंध: ई-रिक्शा चालक से लेकर इंजीनियरिंग ग्रेजुएट तक, आरोपी कौन हैं?
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा की सूरक्षा में चूक के मामले में 5 आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं। एक आरोपी ललित झा अभी भी फरार है। इन आरोपियों ने दिल्ली पुलिस की पूछताछ में कई खुलासे किये हैं। ये सभी न केवल अलग-अलग राज्यों से आते हैं, बल्कि इनकी पृष्टभूमि भी अलग-अलग हैं। आइए जानते हैं कि ये आरोपी कहां से हैं और इस साजिश का मास्टरमाइंड कौन है।
सबसे पहले जानें क्या है लोकसभा की सुरक्षा में चूक का मामला
बुधवार को 2 युवक दर्शक दीर्घा से अचानक लोकसभा में कूद गए थे और बेंच पर कूदते हुए गैस कनस्तर से पीले रंग की गैस उड़ाई थी। इसके बाद सांसदों ने मिलकर दोनों को पकड़ लिया और सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया। ये दोनों ही भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के नाम से जारी विजिटर पास के जरिए संसद भवन में दाखिल हुए थे। सदन के बाहर भी 2 लोगों ने गैस कनस्तर छोड़े और उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपियों में से किसने क्या किया?
मामले में शामिल 6 आरोपियों में से 2 आरोपी, सागर शर्मा और मनोरंजन डी, शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष में कूदे और कनस्तरों से पीली गैस छोड़ी थी। 2 आरोपियों, अमोल शिंदे और नीलम देवी, ने संसद के बाहर 'तानाशाही नहीं चलेगी' के नारे लगते हुए कनस्तरों से रंगीन गैस छोड़ी। पांचवें आरोपी ललित झा ने इसकी रिकॉर्डिंग की और अपने दोस्त को भेजी। छठवां आरोपी विशाल शर्मा है, जिसके घर सभी इकट्ठा हुए थे।
सागर शर्मा है ई-रिक्शा चालक
आरोपी 27 वर्षीय सागर शर्मा लखनऊ के आलमबाग के रामनगर इलाके से है और उसके पिता एक बढ़ई हैं। सागर ने कक्षा 12 तक आलमबाग के भूपति मेमोरियल इंटर-कॉलेज में पढ़ाई की, लेकिन वित्तीय संकट के कारण उसने आगे पढ़ाई नहीं की। 2021 में सागर बेंगलुरु गया, लेकिन फिर लखनऊ लौटकर आजीविका के लिए ई-रिक्शा चलाने लगा। 2 दिन पहले वह विरोध-प्रदर्शन में जाने की बात कहकर घर से निकला था। तब सभी ने उसे रोकने का प्रयास किया था।
सागर की मां ने कहा- उसकी योजना के बारे में नहीं था पता
सागर की मां रानी शर्मा ने कहा, "जैसे ही मुझे खबर मिली, मैं उसके लिए चिंतित हो गई। उसने मुझे कल फोन किया था, लेकिन हमें संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की किसी योजना के बारे में नहीं पता था।" शर्मा के एक दोस्त ने अपनी पहचान उजागर न करने की शर्त पर कहा, "वह राजनीतिक आंदोलनों में बहुत सक्रिय था और मैं उसे शहर में होने वाले विरोध-प्रदर्शनों में अक्सर देखता था।"
नीलम देवी NET पास करने के बाद भी बेरोजगार
संसद के बाहर विरोध-प्रदर्शन करने वाली नीलम देवी हरियाणा के जींद से है। नीलम के परिवार के अनुसार, वह उच्च शिक्षा के बावजूद बेरोजगार थी। वह M.Phil कर चुकी है। इसके बाद उसने राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) भी पास की, जो शिक्षक बनने के लिए जरूरी है। हालांकि, इसके बावजूद वो शिक्षक नहीं बन पाई। उसकी मां सरस्वती के अनुसार, वह नौकरी न मिलने से तनावग्रस्त थी। नीलम किसान आंदोलन में भी हिस्सा ले चुकी है।
मनोरंजन है इंजीनियरिंग ग्रेजुएट
तीसरा आरोपी मनोरंजन कर्नाटक के मैसूर का रहने वाला है। वह मैसूर के सांसद और भाजपा के नेता प्रताप सिम्हा के माध्यम से संसद में प्रवेश करने का पास प्राप्त करने में कामयाब रहा था। वह इंजीनियरिंग ग्रेजुएट है और अपने पिता की खेती में मदद करता है। मनोरंजन के पिता देवराज गौड़ा का दावा है कि उन्हें नहीं पता कि उनके बेटे को विजिटर पास कैसे मिला। उन्होंने बताया कि उनके परिवार के सांसद के साथ अच्छे संबंध हैं।
मनोरंजन के पिता ने कहा- गलत किया है तो फांसी दें
मनोरंजन ने कहा, "मेरे बेटे ने जो किया, वह गलत है। अगर उसने कुछ सही किया तो मैं उसका समर्थन करूंगा। अगर यह साबित हो जाता है कि उसने समाज को नुकसान पहुंचाने वाला कोई गैरकानूनी काम किया है तो उसे फांसी दी जाए।"
अमोल कर रहा था सेना और पुलिस में भर्ती की तैयारी
अमोल शिंदे महाराष्ट्र के लातूर से है। वह सेना और पुलिस में भर्ती की तैयारी कर रहा था। उसके पिता धनराज शिंदे दिहाड़ी मजदूर हैं और उसने अपने पिता को कहा था कि इन परीक्षाओं के लिए वो अक्सर दिल्ली जाता है। शिंदे ने पिछले कुछ महीनों में 3 बार दिल्ली का दौरा किया और एक बार उसने सुरक्षा व्यवस्था की टोह ली थी। अमोल के पिता ने बताया कि 9 दिसंबर को ही वह घर से चला गया था।
ऑटोरिक्शा चालक है विशाल शर्मा
इस मामले का 5वां आरोपी विशाल शर्मा पहले एक एक्सपोर्ट कंपनी में ड्राइवर के रूप में कार्यरत था। वर्तमान में वह ऑटोरिक्शा चलाता था। उसके पड़ोसियों का दावा है कि वह शराबी था और अक्सर पत्नी से झगड़ता था। हमले से पहले सभी आरोपी गुरुग्राम के सेक्टर 7 स्थित विशाल के किराए के घर पर ही रुके थे। पुलिस ने विशाल की पत्नी को भी हिरासत में लिया है और मामले में उसकी भूमिका की जांच हो रही है।
ललित झा, जो अब तक नहीं आया पकड़ में
इस मामले में एकमात्र फरार आरोपी बिहार का ललित झा है। उसने नीलम और शिंदे के पीले और लाल धुएं वाले कनस्तरों का वीडियो शूट किया था। इसके बाद हंगामे का फायदा उठाते हुए वह अपने सभी साथियों के फोन लेकर भाग गया था। उसने यह वीडियो एक गैर-लाभकारी संगठन (NGO) के संस्थापक को भेजी थी। उसने इस वीडियो को सुरक्षित रखने और यह सुनिश्चित करने को कहा था कि इस पर मीडिया का ध्यान जाए।
पूरी साजिश का मास्टरमाइंड कौन?
न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस सूत्रों ने कहा है कि पकड़े गए आरोपियों में से मनोरंजन ही संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने का मास्टरमाइंड है। मनोरंजन ने सभी को इस साजिश में शामिल होने के लिए मनाया था। नीलम पिछले साल ही उससे जुड़ी थी। सूत्रों ने कहा कि मनोरंजन का अंदाज बिल्कुल वैसा ही है, जैसा नक्सली करते हैं। इस मामले में पुलिस और पूछताछ कर रही है।
सभी आरोपियों के खिलाफ UAPA के तहत मामला दर्ज
शिंदे, मनोरंजन, सागर, विशाल और नीलम गिरफ्तार हो चुके हैं। इन सभी आरोपियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और भारतीय दंड संहिता की धारा 120B और 452 के तहत मामला दर्ज किया है।