TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन पूरे शीतकालीन सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित
तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को रूलबुक को सभापति पर फेंकने के आरोप में पूरे शीतकालीन सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। ब्रायन एक दिन के लिए सदन की कार्यवाही में नहीं बैठ सकेंगे क्योंकि कल राज्यसभा का आखिरी दिन है। मामले पर सफाई देते हुए ब्रायन ने रूलबुक फेंकने से इनकार किया है और सरकार को इसका वीडियो पेश करने की चुनौती दी है।
चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक पर बहस के दौरान हुई घटना
घटना सरकार के चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक, 2021 को राज्यसभा में पेश करने के बाद हुई। डेरेक ओ ब्रायन ने विधेयक के खिलाफ बोलते हुए कहा कि इसे नियमों के खिलाफ सदन में पेश किया गया है और इसे पेश करने से पहले पर्याप्त नोटिस नहीं दिया गया। सभापति हरिवंश नारायण सिंह ने इसके जवाब में कहा कि विधेयक को नियमों के तहत शॉर्ट नोटिस पर पेश किया गया है।
ब्रायन पर वॉकआउट से पहले रूलबुक को सभापति पर फेंकने का आरोप
सभापति के उनकी आपत्ति को खारिज करने के बाद ब्रायन विरोध में सदन से वॉकआउट कर गए। आरोप है कि ब्रायन ने इसी दौरान रूलबुक को सभापति पर फेंका, हालांकि उन्होंने ऐसा करने से इनकार किया है।
ब्रायन ने कहा- ये आपातकाल से भी बुरा, संसद को मारा जा रहा
सदन से बाहर निकलने के बाद ब्रायन ने अपने एक वीडियो ट्वीट करते हुए सरकार पर विधेयक को जबरदस्ती पेश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "राज्यसभा टीवी को सेंसर किया जा रहा है। आधार कार्ड को वोटर ID से लिंक करने के विरोध में सभी विपक्षी सांसद राज्यसभा के वेल में हैं... कृषि कानूनों की तरह संसद का मखौल उड़ाया जा रहा है। ये आपातकाल से भी बुरा है... संसद को मारा जा रहा है।"
आखिरी बार कृषि कानूनों पर हुआ था निलंबित, सबको पता है क्या हुआ- ब्रायन
ब्रायन ने मामले पर कुछ ट्वीट भी किए। अपने एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'पिछले बार जब मैं राज्यसभा से निलंबित हुआ था, तब सरकार कृषि कानूनों को जबरदस्ती पारित करा रही थी। हम सभी को पता है कि उसके बाद क्या हुआ। आज मैं भाजपा के संसद का मखौल उड़ाने और चुनाव कानून विधेयक कोे जबरदस्ती पारित कराए जाने का विरोध करते हुए निलंबित हुआ। उम्मीद है कि ये विधेयक भी जल्द ही वापस लिया जाएगा।'
12 विपक्षी सांसदों के निलंबन पर पहले से ही घिरी हुई है सरकार
गौरतलब है कि सरकार ने ब्रायन को ऐसे समय पर निलंबित किया है जब वह पहले से ही 12 विपक्षी सांसदों को निलंबित करने को लेकर घिरी हुई है। इन सांसदों को मानसून सत्र के आखिरी दिन राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा करने के कारण निलंबित किया गया है। विपक्ष इन सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग कर रहा है, वहीं सरकार कहती आई है कि जब तक सांसद माफी नहीं मांगेंगे, उनका निलंबन वापस नहीं लिया जाएगा।