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शीतकालीन सत्र: 48 घंटे की बहस के बाद संसद से पारित हुए मात्र 10 विधेयक
शीतकालीन सत्र: 48 घंटे की बहस के बाद संसद से पारित हुए मात्र 10 विधेयक

शीतकालीन सत्र: 48 घंटे की बहस के बाद संसद से पारित हुए मात्र 10 विधेयक

Dec 22, 2021
03:34 pm

क्या है खबर?

विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के साथ ही आज संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त हो गया। पूरे सत्र के दौरान केवल 10 विधेयकर संसद से पारित हुए और दोनों सदनों में इन पर मात्र 48 घंटे बहस हुई। इसमें भी कुछ घंटे ऐसे रहे जिनमें हंगामे के कारण सार्थक बहस नहीं हो सकी। सत्र के दौरान चार विधेयकों को स्थायी समिति के पास भी भेजा गया।

आंकड़े

लोकसभा में 26.5 घंटे और राज्यसभा में 45.4 घंटे हुई विधेयकों पर सर्चा

PRS वेबसाइट के अनुसार, शीतकालीन सत्र में लोकसभा में कुल 83.2 घंटे काम हुआ जिनमें से मात्र 26.5 घंटे विधेयकों पर चर्चा में बिताए गए। लोकसभा का अधिकांश समय (37) घंटे गैर-विधायकी कार्यों में खर्च हुआ। इसी तरह राज्यसभा में कुल 45.4 घंटे काम हुआ जिनमें से 21.7 घंटे विधायकों पर बहस हुई और बाकी का समय गैर-विधायकी कार्यों पर खर्च हुआ। राज्यसभा में 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन के कारण लोकसभा के मुकाबले आधा ही काम हुआ।

महत्वपूर्ण विधेयक

महत्वपूर्ण विधेयकों पर हुई बेहद कम बहस

पूरे सत्र के दौरान जो 10 विधेयक पारित हुए, उनमें विवादित कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए लाया गया कृषि कानून निरसन विधेयक और आधार कार्ड और वोटर ID कार्ड को लिंक करने की मंजूरी देने के लिए लाया गया चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक सबसे अहम रहे। जहां कृषि कानून निरसन विधेयक पर लोकसभा और राज्यसभा में क्रमशः दो और आठ मिनट बहस हुई, वहीं चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक पर मात्र 1 घंटे 29 मिनट बहस हुई।

अन्य विधेयक

इन दो विधेयकों पर हुई सबसे ज्यादा बहस

अन्य विधेयकों में हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जज (वेतन और सेवा की शर्तें) संशोधन विधेयक पर सबसे अधिक बहस हुई। इस विधेयक पर लोकसभा में 18 सांसदों ने 3 घंटे 51 मिनट बोला, वहीं राज्यसभा में 14 सांसदों ने इस पर 1 घंटा 17 मिनट बहस की। दोनों सदनों में 9 घंटे की बहस के साथ बांध सुरक्षा विधेयक इस सूची में दूसरे स्थान पर रहा। लोकसभा में 31 और राज्यसभा में 22 सांसदों ने बहस में हिस्सा लिया।

कारण

दोनों सदनों में कम कामकाज क्यों हुआ?

विपक्ष के हंगामे के कारण शीतकालीन सत्र में बेहद कम काम हुआ। लोकसभा में विपक्ष ने लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का इस्तीफा मांगते हुए हंगामा किया। मिश्रा के बेटे पर लखीमपुर में गाड़ी चढ़ाकर चार किसानों की हत्या करने का आरोप है राज्यसभा में विपक्ष ने 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर हंगामा किया जिन्हें शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन "हिंसक व्यवहार" करने के लिए निलंबित किया गया था।