लॉकडाउन: काम के लिए हरियाणा लौटना चाहते हैं उत्तर प्रदेश और बिहार के एक लाख मजदूर
एक तरफ जहां लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे लाखों प्रवासी मजदूर अपने घरों की तरफ लौट रहे हैं, वहीं, दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश और बिहार के एक लाख से ज्यादा मजदूर वापस काम के लिए हरियाणा आना चाहते हैं। दोनों राज्यों के 1.09 लाख मजदूरों ने राज्य में आने के लिए हरियाणा सरकार के पोर्टल पर अप्लाई किया है। इनमें से आधे से ज्यादा मजदूर गुरुग्राम जिले में लौटना चाहते हैं। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
इन जिलों में आना चाहते हैं अधिकतर मजदूर
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 1.09 लाख मजदूरों में से 73.29 प्रतिशत गुरुग्राम, फरीदाबाद, पानीपत, सोनीपत, झज्जर, यमुनानगर और रेवाड़ी लौटना चाहते हैं। इनमें से 50,000 से ज्यादा मजदूरों ने गुरुग्राम जिले में आने के लिए अप्लाई किया है। गौरतलब है कि हरियाणा के इन जिलों में राज्य के सबसे ज्यादा कारखाने और व्याार हैं। हरियाणा के प्रधान सचिव ने कहा कि अगर प्रवासी मजदूर हरियाणा आने चाहते हैं तो उन्हें वापस लाने का इंतजाम किया जाएगा।
हरियाणा में महामारी का कम प्रकोप होना भी वापस लौटने की एक वजह
अधिकारियों का कहना है कि हरियाणा में संक्रमण के मामले कम होने के कारण भी ये मजदूर वापस आना चाहते हैं। हरियाणा में अभी तक 647 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 279 लोग ठीक हुए हैं और आठ की मौत हुई है। हरियाणा में प्रवासी मजदूरों के आने-जाने की व्यवस्था देख रहे CID प्रमुख अनिल कुमार राव ने कहा कि इनमें से कुछ लोग काम और कुछ अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए हरियाणा आना चाहते हैं।
हरियाणा में शुरू हुईं औद्योगिक गतिविधियां
एक वरिष्ठ ने बताया, "अप्लाई करने वाले मजदूरों में बड़ी संख्या में लोग लॉकडाउन से पहले और कुछ लॉकडाउन में घर गए थे। अब पाबंदियों के कारण उन्हें वापस आने में परेशानी हो रही है। लॉकडाउन को लगभग दो महीने होने को आए हैं और वहां नौकरी के कोई मौकेे नहीं हैं। हरियाणा में दुकानें और कारखानों में औद्योगिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। हो सकता है अब उनके नियोक्ता उन्हें वापस बुला रहे हैं।"
लगभग आठ लाख लोगों ने किया घर जाने के लिए आवेदन
हरियाणा सरकार ने छह दिन पहले राज्य में आने और यहां से जाने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए वेब पोर्टल शुरू किया था। 8 मई तक 1.46 लाख लोगों ने राज्य में आने और 7.95 लाख लोगों ने राज्य से जाने के लिए अप्लाई किया है। वापस जाने के इच्छुक कुल लोगों में से 82.55 प्रतिशत उत्तर प्रदेश और बिहार जाना चाहते हैं। हरियाणा सरकार ने इन्हें निशुल्क वापस भेजने के लिए 100 ट्रेनों की व्यवस्था की है।